कोलंबो : विपक्षी नेता और राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार साजिथ प्रेमदासा ने सामगी जना बालवेगया सरकार के तहत सेवनगला और पेलवट्टा चीनी मिलों को पुनर्जीवित करने का संकल्प लिया है। प्रेमदासा ने राष्ट्रीय संसाधनों के उचित प्रबंधन और उपयोग के माध्यम से इन मिलों के फलने-फूलने की क्षमता पर जोर दिया। प्रेमदासा ने निजीकरण के लिए मौजूदा सरकार के दृष्टिकोण की आलोचना की और उस पर लाभदायक सरकारी उद्यमों को बेचने का आरोप लगाया।उन्होंने कहा, इस सरकार का नाम ही निजीकरण है, जैसे ही उसे कोई संस्थान दिखता है। वे लाभदायक एसएलटी, लिट्रो गैस, एसएलआईसी और श्रीलंकाई कैटरिंग का निजीकरण करने की कोशिश कर रहे हैं।
चीनी मिलों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्रेमदासा ने कहा कि, कृषक परिवारों सहित 30,000 से अधिक लोग इन संस्थानों पर निर्भर हैं। उन्होंने निजीकरण की प्रवृत्ति को रोकने और लोगों के कल्याण के लिए राष्ट्रीय संसाधनों का उपयोग करने पर ध्यान केंद्रित करने का वादा किया। प्रेमदासा ने सरकार की अकुशलता की भी आलोचना की तथा पासपोर्ट जैसी बुनियादी सेवाएं उपलब्ध कराने में उसकी विफलता की ओर इशारा किया।