कर्नाटक में चीनी मिल को लेकर विवाद जारी; पूर्व मुख्यमंत्री ने KSPCB पर साधा निशाना

बेंगलुरु: राज्य भाजपा नेताओं ने पार्टी विधायक और पूर्व केंद्रीय मंत्री बसनगौड़ा पाटिल यतनाल को अपना समर्थन दिया है, जो कर्नाटक राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (KSPCB) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, क्योंकि अदालत के आदेश के बावजूद कलबुर्गी में उनकी चीनी मिल को फिर से चालू करने की अनुमति नहीं दी गई है। विधानसभा में विपक्ष के नेता आर. अशोक ने कहा कि राज्य सरकार और बोर्ड, उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद, मिल को फिर से चालू करने की अनुमति नहीं दे रहे हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद बसवराज बोम्मई ने कहा कि, KSPCB यतनाल को राजनीतिक रूप से खत्म करने के प्रयास में उनकी चीनी मिल को अनुमति नहीं दे रहा है। मीडिया से बात करते हुए बोम्मई ने कहा कि यतनाल ने कानून के अनुसार चीनी मिल की स्थापना की, लेकिन पिछले साल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इसकी अनुमति नहीं दी। उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया, जिसने चार सप्ताह के भीतर मिल को फिर से खोलने का आदेश दिया। हालांकि, बोर्ड अब तकनीकी कारणों का हवाला देकर अनुमति देने से इनकार कर रहा है।

सांसद ने कहा की वे इस मुद्दे को शांत नहीं होने देंगे और लड़ाई जारी रखेंगे। हजारों किसान इस कारखाने पर निर्भर हैं और इस साल उस क्षेत्र में बड़ी मात्रा में गन्ना उगाया गया है, इसलिए मिल को खोलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि, सरकार एक तरफ उत्तर कर्नाटक में उद्योग लाने की बात करती है, लेकिन दूसरी तरफ इस तरह की राजनीति करती है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने भी सरकार की आलोचना की।

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