20 प्रतिशत एथेनॉल ब्लेंडिंग का लक्ष्य पूरा होता दिख रहा है: Praj Industries के CEO और MD, शिशिर जोशीपुरा

सरकार ने हालही में गन्ना ज्यूस और बी हैवी मोलासेस से एथेनॉल उत्पादन की अनुमति दी है। और जिसके कारण अब उद्योग को लगता है की सरकार द्वारा निर्धारित 2025-26 तक 20 प्रतिशत एथेनॉल ब्लेंडिंग का लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा। प्राज इंडस्ट्री के CEO और MD शिशिर जोशीपुरा का भी मानना है की देश में लक्ष्य हासिल होता नजर आ रहा है।

CNBC आवाज से बातचीत में प्राज इंडस्ट्री (Praj Industries) के CEO और MD शिशिर जोशीपुरा ने सरकार द्वारा हालही में एथेनॉल उत्पादन पर प्रतिबंध हटाने पर कहा की सरकार का फैसला बहुत ही महत्त्वपूर्ण है और बहुत प्रगतिशील फैसला है क्योंकि इससे अब क्या हो सकता है कि हमारे पास काफी फीड स्टॉक्स है और जिस क्षेत्र में फीड स्टॉक्स उपलब्ध है वहां से हम उसका एथनल बना सकते हैं। और यह दर्शाता है कि सरकार कितनी कमिटेड है बायो एनर्जी के क्षेत्र को आगे लेकर जाने के लिए। इस फैसले से मुझे लगता है कि हमारे देश में जो हमारा EBP 20 का प्रोग्राम है और उसके आगे भी काफी आगे दूसरे अध्याय जो खुलने वाले हैं बायो एनर्जी के क्षेत्र में उसमे इससे काफी मदद होगी और ये बहुत ही अच्छा और बहुत महत्त्वपूर्ण फैसला है।

एथेनॉल प्रोडक्शन और ग्रोथ पर उन्होंने कहा की 2025-26 तक 20 प्रतिशत एथेनॉल ब्लेंडिंग का लक्ष्य है वो तो अभी पूरा होता दिखता नजर आ रहा है। अभी उसके आगे जब हम जाएंगे तो सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल एक बहुत बड़ी क्षेत्र है जहां पर अभी तक कुछ भी काम शुरू नहीं हुआ है लेकिन वहां अल्कोहल टू जेट पाथवे जो है जहां पर एथेनॉल फीडस्टॉक बन जाएगा वो भी काफी महत्त्वपूर्ण है क्योंकि इंटरनेशनल एग्रीमेंट्स है जहां पर हमें 2027 की जनवरी से इंटरनेशनल फ्लाइट्स के अंदर तो SAF ब्लेंड करना शुरू करना पड़ेगा इसी तरीके से जैसे हम आगे जाएंगे तो डीजल ब्लेंडिंग प्रोग्राम आएगा। EBP 20 को जब हम E100 पर लेकर जाएंगे तो वहां पर भी उसके लिए फ्लेक्स फ्यूल व्हीकल्स का बनना शुरू हो जाएंगे तो इस तरह से इसकी इस्तेमाल की पॉपुलेशन बढ़ती चली जाएगी। इस तरह से इसका वॉल्यूम उपभोग भी बढ़ता चला जाएगा। अभी जो हम जो देख रहे हैं व सिर्फ शुरुआत है।

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