जमुई: बिहार को देश के एथेनॉल उत्पादन का हब बनाने के लिए राज्य सरकार ने प्रयास शुरू कर दिए है। जमुई जिले के बिहार-झारखंड सीमा रेखा के नक्सल प्रभावित चकाई प्रखंड क्षेत्र के उरुवा भलुआ गांव में 280 एकड़ जमीन एथेनॉल प्लांट का निर्माण शुरू है। यह एथेनॉल प्लांट 2025 में बनकर तैयार हो जाएगा और इससे उत्पादन शुरू होने का अनुमान लगाया जा रहा है। भास्कर में प्रकाशित खबर के अनुसार, इस प्लांट के निर्माण से 10 हजार युवाओं को रोजगार का अवसर मिलेगा।
पश्चिम बंगाल के अंकुर वाई कॉम द्वारा चार हजार करोड़ की लागत से इस प्लांट का निर्माण शुरू है। मंत्री सुमित कुमार सिंह ने चकाई में एथेनॉल की फैक्ट्री लगने की जानकारी दी थी। फैक्ट्री निर्माण होने से किसानों में दिखी खुशी इलाके के लोगों को फैक्ट्री के निर्माण होने व 10 हजार बेरोजगार युवाओं को नौकरी मिलने की जानकारी के बाद स्थानीय लोगों में खुशी का माहौल है। यही कारण है कि स्वेच्छा से उक्त इलाके के किसानों ने कंपनी को उचित रेट पर अपनी जमीन कंपनी को रजिस्ट्री की। इतना नहीं बल्कि फैक्ट्री निर्माण का कार्य शुरू होने के बाद आसपास गांव के रहने वाले 150 बेरोजगार युवाओं को उक्त फैक्ट्री के निर्माण में नौकरी भी मिल गई है।
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