कुशीनगर : केंद्र सरकार और प्रदेश की योगी सरकार किसानों की आय बढ़ाने का प्रयास कर रही है। गन्ने की उत्पादकता एवं चीनी परता में वृद्धि तथा किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से शरदकालीन गन्ना बुवाई वर्ष 2024-25 के लिए गेंदा सिंह गन्ना प्रजनन एवं अनुसंधान संस्थान सेवरही कुशीनगर से पूर्वांचल के 12 जिलों को 11924 क्विंटल अभिजनक बीज (ब्रीडर सीड) का आवंटन हुआ है।
हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, गन्ना किसान संस्थान प्रशिक्षण केंद्र पिपराइच (गोरखपुर) के पूर्व सहायक निदेशक ओमप्रकाश गुप्ता ने कहा कि, शीघ्र पकने वाली चार गन्ना प्रजातियां कोशा 13235, को 118, कोलख 14201, यूपी 05125 का 9624 कुंतल तथा मध्य से पकने वाली चार प्रजातियां कोशा 9232, 10239, को से 8452, 13452 का 2300 क्विंटल दोनों मिलकर 11924 क्विंटल का आवंटन किया गया है।
खबर में आगे कहा गया है कि, इसके बारे में गन्ना संस्थान द्वारा किसानों को प्रशिक्षण में जानकारी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि देवरिया जिले को 500 क्विंटल, कुशीनगर को 2500 क्विंटल, मऊ को 450 क्विंटल, बलिया को 200 क्विंटल, आजमगढ़ को 800 क्विंटल, गोरखपुर को 1490 क्विंटल, बस्ती को 1941 क्विंटल, महाराजगंज को 1190 क्विंटल, सिद्धार्थनगर को 150 क्विंटल, गोंडा को 688 क्विंटल, बलरामपुर को 640 क्विंटल, बहराइच को 1375 क्विंटल को मिला कर कुल 12 जनपद को कुल 11924 क्विंटल गन्ना बीज आवंटन हुआ है।
सेवरही गन्ना शोध संस्थान के संयुक्त निदेशक डॉ.सुभाष सिंह ने बताया कि गन्ना विकास विभाग द्वारा लिखे गए पत्र के आधार पर पूर्व की भांति बीज गन्ना का वितरण किया जायेगा। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. केपी सिंह ने बताया कि को. 238 गन्ना प्रजाति रोगग्रस्त होने के कारण आवंटित नहीं हुआ है। को 15023 प्रजाति अभी स्वीकृत नहीं है। कीट व रोग की जानकारी के लिए अभी इसका परीक्षण किया जा रहा है। बीज संवर्धन केंद्र-लक्ष्मीपुर कुशीनगर के प्रभारी अधिकारी डॉ. विनय मिश्रा ने बताया कि 1784 कुंतल बीज गन्ना का वितरण को आवंटित हुआ है। ओमप्रकाश गुप्ता ने लक्ष्मीपुर सेवरही गन्ना शोध संस्थान परिक्षेत्र का भ्रमण कर गन्ना प्रजातियों का निरीक्षण किया।