शाहजहांपुर : जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने खाण्डसारी इकाइयों को चीनी मिलों की तरह किसानों के बैंक खातों में भुगतान करने के निर्देश दिए। प्रदेश की कई सारी खाण्डसारी इकाइयां किसानों को नगद भुगतान करती है। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में खांडसारी इकाइयों के संचालन के संबंध में समीक्षा बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में सहायक चीनी आयुक्त द्वारा अवगत कराया गया कि, खाण्डसारी इकाइयों द्वारा कृषकों से गन्ना क्रय का भुगतान ऑनलाइन माध्यम से न करके नगद किया जाता है। खाण्डसारी इकाइयों, कोल्हुओं द्वारा खराब गुणवत्ता की चीनी में गन्ने का रस मिलाकर गुड़ का उत्पादन किया जा रहा है।
हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि चीनी मिलों की तरह ही संचालित खाण्डसारी इकाईयों द्वारा खरीदे जा रहे गन्ने का ई-ट्रांजेक्शन के माध्यम से गन्ना मूल्य भुगतान सीधे कृषकों के बैंक खाते में शत प्रतिशत सुनिश्चित कराया जाए। जिला गन्ना अधिकारी के साथ बैठक कराकर, प्रत्येक माह खाण्डसारी इकाई के संचालकों एवं गन्ना कृषकों के मध्य जागरूकता अभियान चलाया जाए। खराब गुणवत्ता की चीनी में गन्ने का रस मिलाकर गुड़ का उत्पादन एवं प्रदूषण करने वाली खाण्डसारी इकाइयों , कोल्हुओं का प्रदूषण विभाग एवं एफएसडीए से समन्वय स्थापित करते हुए टीम बनाकर निरीक्षण किये जायें।