जालंधर : भारतीय किसान यूनियन (दोआबा) ने यहां एक बैठक में चेतावनी दी कि, यदि गन्ना उत्पादकों का 27 करोड़ रुपये का बकाया भुगतान शीघ्र जारी नहीं किया गया तो वे आंदोलन तेज करेंगे। भाकियू के अध्यक्ष मनजीत सिंह राय ने बैठक की अध्यक्षता की। भाकियू महासचिव सतनाम सिंह साहनी ने कहा कि, गन्ना उत्पादक किसान गोल्डन संधार शुगर मिल, फगवाड़ा के प्रबंधन के असहयोगात्मक रवैये से तंग आ चुके हैं। साहनी ने आरोप लगाया कि, सरकार राणा गुरजीत ग्रुप के वरिष्ठ अधिकारियों और भाकियू नेताओं के बीच हुए समझौते से मुकर गई है कि अप्रैल 2024 तक समूह द्वारा भुगतान कर दिया जाएगा, लेकिन सरकार के अपेक्षित प्रयासों की कमी के कारण समझौता विफल हो गया।
साहनी ने कहा कि, पंजाब और हरियाणा सीमा पर धरना दे रहे एसकेएम (गैर-राजनीतिक) और केएमएम के किसान संगठनों के साथ चर्चा की जाएगी और उसके बाद 30 सितंबर को शंभू सीमा पर विरोध कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी। बाद में, बीकेयू और आढ़ती एसोसिएशन, फगवाड़ा के नेताओं ने फेडरेशन ऑफ आढ़ती एसोसिएशन, पंजाब के सदस्य नरेश भारद्वाज के नेतृत्व में एक संयुक्त बैठक की, जिसमें उनके सामने आने वाले मुद्दों पर चर्चा की गई, जिसमें 1 अक्टूबर से आगामी सीजन के लिए चावल गोदामों में जगह की कमी शामिल थी। बैठक के दौरान, बीकेयू अध्यक्ष मनजीत सिंह राय ने आढ़तियों के आह्वान का समर्थन किया।