फतेहाबाद : बीसीएल इंडस्ट्रीज लिमिटेड के निदेशक मंडल ने 3 अक्टूबर, 2024 को आयोजित बैठक में मेसर्स गोयल डिस्टलरी प्राइवेट लिमिटेड के अधिग्रहण को मंजूरी दे दी। कंपनी ने घोषणा की कि, वह हरियाणा के फतेहाबाद में स्थित गोयल डिस्टिलरी का अधिग्रहण करने की प्रक्रिया में है, जिसके पास 250 केएलपीडी अनाज आधारित एथेनॉल इकाई स्थापित करने के लिए आवश्यक भूमि और अनुमति है।
कंपनी के अनुसार, यह रणनीतिक अधिग्रहण बीसीएल को 250 केएलपीडी अनाज आधारित एथेनॉल प्लांट के साथ-साथ एक बिजली प्लांट स्थापित करके अपनी उत्पादन क्षमताओं का और विस्तार करने में सक्षम करेगा जो प्राथमिक ईंधन स्रोत के रूप में धान के भूसे का उपयोग करेगा। यह डिस्टिलरी आम तौर पर लगने वाले समय के लगभग आधे समय में चालू हो सकती है, क्योंकि सभी आवश्यक मंजूरी पहले से ही मौजूद हैं। परिणामस्वरूप, बठिंडा इकाई में 150 केएलपीडी और नई अधिग्रहीत फतेहाबाद (हरियाणा) इकाई में 250 केएलपीडी की वृद्धि के बाद बीसीएल की कुल डिस्टिलरी क्षमता वर्तमान 700 केएलपीडी से बढ़कर 1100 केएलपीडी हो जाएगी।
इस कदम से भारत में अनाज आधारित एथेनॉल विनिर्माण क्षेत्र में अग्रणी के रूप में बीसीएल की स्थिति को काफी मजबूत करने की उम्मीद है। अधिग्रहण के बाद, ‘गोयल डिस्टिलरी’ बीसीएल इंडस्ट्रीज लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बन जाएगी। कंपनी ने इस उद्देश्य के लिए विशेष रूप से अधिग्रहित की जा रही 9 एकड़ भूमि पर लगभग 20 एमटीपीडी क्षमता वाला बायोगैस संयंत्र स्थापित करने की भी योजना बनाई है। यह बायोगैस संयंत्र प्रतिदिन लगभग 250 मीट्रिक टन धान के भूसे का उपयोग करेगा, जो टिकाऊ ऊर्जा समाधानों के प्रति बीसीएल की प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा। फतेहाबाद (हरियाणा) में डिस्टिलरी और बायोगैस प्लांट स्थापित करने के लिए कुल पूंजीगत व्यय लगभग 1.5 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। इसकी लागत 350 करोड़ रुपये है तथा अपेक्षित समय-सीमा भूमिपूजन की तिथि से लगभग 20 महीने है।