बांग्लादेश: SSML के फिर से शुरू होने से अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और किसानों की किस्मत बदलेगी

रंगपुर : श्यामपुर शुगर मिल्स लिमिटेड (SSML) के फिर से शुरू होने से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और किसानों और श्रमिकों सहित कई लोगों की आय में बढ़ोतरी होगी।किसानों, उद्योग के पूर्व श्रमिकों और विभिन्न किसान संगठनों के नेताओं ने अपनी दृढ़ आशा व्यक्त की कि, अंतरिम सरकार संभावित उद्योग को फिर से शुरू करेगी और कुशल प्रबंधन के तहत लाभप्रद रूप से चलाएगी। SSML, जो कभी हजारों लोगों की आजीविका का स्रोत था, चार साल पहले 2020 में घाटे के कारण बंद हो गया था, जिससे आम लोगों के भविष्य पर अनिश्चितता पैदा हो गई थी।

किसानों ने कहा कि, गन्ने की खेती कई अन्य फसलों की तुलना में अधिक लाभदायक है। लेकिन, एसएसएमएल के बंद होने से कई किसानों को गन्ना की खेती छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा। चावल, आलू और अन्य फसलों की खेती से किसानों की आय कम हो गई है।किसानों ने अंतरिम सरकार से एसएसएमएल को फिर से शुरू करने का आग्रह किया ताकि वे फिर से उच्चतम लाभ प्राप्त करने के लिए गन्ना की खेती फिर से शुरू कर सकें।एसएसएमएल कर्मचारी संघ के पूर्व अध्यक्ष अक्तरुल बादशा ने कहा कि, तत्कालीन सरकार ने कुछ चीनी आयातकों और एक पड़ोसी देश के हित में 2020 में 15 में से छह चीनी मिलों को बंद कर दिया।उन्होंने कहा, अंतरिम सरकार को देश के चीनी उद्योग, किसानों, श्रमिकों, अर्थव्यवस्था और इससे जुड़े लोगों की आजीविका और बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने के लिए एसएसएमएल और अन्य सभी बंद चीनी मिलों को फिर से खोलना चाहिए।

गोपालपुर यूनियन परिषद के पूर्व अध्यक्ष और एसएसएमएल गन्ना किसान कल्याण समिति के पूर्व महासचिव अल्ताफ हुसैन ने कहा कि, एसएसएमएल के बंद होने से स्थानीय अर्थव्यवस्था चरमरा गई है।बांग्लादेश चीनी और खाद्य उद्योग निगम (बीएसएफआईसी) ने एसएसएमएल सहित सभी छह बंद चीनी मिलों को फिर से शुरू करने की व्यवहार्यता को सत्यापित करने के लिए पिछले 30 सितंबर को अपने अध्यक्षता में 11 सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन किया था। उन्होंने कहा, अंतरिम सरकार को राष्ट्रीय हित में टास्क फोर्स की रिपोर्ट मिलने के बाद सभी बंद चीनी मिलों को जल्द से जल्द खोलना चाहिए, ताकि घरेलू चीनी उत्पादन में वृद्धि हो और अर्थव्यवस्था में गतिशीलता आए।एसएसएमएल के प्रबंधक (लेखा) मोहम्मद खुर्शीद आलम ने कहा कि, आवश्यक मरम्मत और अन्य कार्यों को पूरा करने के बाद एसएसएमएल में गन्ने की पेराई फिर से शुरू करने के लिए 50 करोड़ टका की आवश्यकता होगी।

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