यह न्यूज़ सुनने के लिए इमेज के निचे के बटन को दबाये
चेन्नई: तमिलनाडु के किसान गंभीर सूखे और गन्ने बकाये के संकट से जूझ रहे है। बढ़ते गन्ने के बकाया के साथ, गन्ना किसानों ने राज्य सरकार और राज्य में चीनी मिलों के खिलाफ अपना विरोध तेज कर दिया है।
तमिलनाडु गन्ना किसान संघ के सदस्यों ने 24 जून को अन्ना नगर में एक आंदोलन किया जिसमें राज्य सरकार से गन्ना बकाया का भुगतान सुनिश्चित करने की मांग की गई।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मदुरई, अरुप्पुकोट्टई, नीलाकोट्टई और डिंडीगुल में गन्ना किसानों का चीनी मिलों पर 19 करोड़ रुपया बकाया है।
एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष एन पलानीचामी ने 18 जुलाई को राज्यव्यापी विरोध की चेतावनी दी, अगर बकाया तुरंत नहीं चुकाया गया तो।
सरकार ने चीनी मिलों को गन्ना बकाया में मदद करने के लिए काफी सारे योजना पेश किये जैसे की सॉफ्ट लोन स्कीम, न्यूनतम बिक्री मूल्य में बढ़ोतरी। पिछले चार-पांच वर्षों से सूखे जैसी स्थिति ने राज्य को बहुत प्रभावित किया है, और इससे गन्ने के उत्पादन में गिरावट आयी है, जिससे गन्ने की पेराई पर उसका असर पड़ा और चीनी उत्पादन कम हुआ। जिसके कारण मिलें किसानों का भुगतान करने में असमर्थ रही है।