लुधियाना : पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU) में आयोजित अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना (AICRP) की 35वीं द्विवार्षिक गन्ना कार्यशाला मंगलवार को संपन्न हो गई, जिसमें विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों ने फसल प्रबंधन की नवीन रणनीतियों और टिकाऊ खेती के लिए भविष्य की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। पीएयू, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR), कपूरथला और फरीदकोट के क्षेत्रीय अनुसंधान स्टेशनों (RRS) और भारतीय फसल सुधार सोसायटी द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित कार्यशाला में देश भर के प्रतिनिधियों ने गन्ना उत्पादकता, रोग प्रतिरोधक क्षमता और मशीनीकरण में सुधार पर अपने विचार साझा किए।
पूर्ण सत्र की अध्यक्षता आईसीएआर, नई दिल्ली के उप महानिदेशक (फसल विज्ञान) डॉ. टी. आर. शर्मा ने की, जबकि सह-अध्यक्ष आईसीएआर, नई दिल्ली के एडीजी (सीसी) डॉ. प्रशांत दाश, आईसीएआर-आईआईएसआर, लखनऊ के निदेशक डॉ. आर. विश्वनाथन, आईसीएआर-एसबीआई, कोयंबटूर के निदेशक डॉ. पी. गोविंदराज और डॉ. के.एस. थिंड थे।