पटना: बिहार सरकार ने चीनी मिल और बायो फ्यूल यूनिट स्थापित करने को मंजूरी दी है, और इससे प्रदेश में रोजगार के हजारो अवसर निर्माण होने की संभावना है। राज्य निवेश प्रोत्साहन पर्षद की अक्टूबर में हुई 57वीं बैठक में तीनों प्रस्ताव को मंजूरी मिल चुकी है।
लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, गोपालगंज के कुचायकोट स्थित चीनी मिल एसजेपीबी हथुआ शुगर एंड बायो रिफाइनरी प्राइवेट लिमिटेड अपनी एक और नई इकाई लगा रही हैं। निवेश प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए चीनी मिल को गन्ना उद्योग विभाग से सहमति लेने को कहा गया है। नई इकाई लगने के बाद मिल की क्षमता बढ़ा दी जायेगी जाएगी।
खबर में आगे कहा गया है की, नालंदा के पटेल एग्री इंडस्ट्रिज प्राइवेट लिमिटेड ने बायो फ्यूल को बढ़ावा देने के लिए दो अतिरिक्त इकाई लगाने का निर्णय लिया है। हरेक इकाई पर 120 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है। दोनों मिलाकर 240 करोड़ रुपये का निवेश होगा। इन दोनों को बिहार बायो फ्यूल प्रोडक्शन प्रमोशन पॉलिसी 2023 का लाभ मिलेगा। इसे भी मंजूरी दी गई है।