बेलगावी : कर्नाटक राज्य समिति के अखिल भारतीय गन्ना किसान महासंघ (AISFF) के बैनर तले कर्नाटक गन्ना उत्पादक संघ के सदस्यों ने 12 दिसंबर को ‘बेलगावी चलो’ रैली आयोजित करने और सुवर्ण सौधा के बाहर विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है। वे गन्ने के लिए उचित पारिश्रमिक मूल्य (FRP) 5,000 रुपये प्रति टन तय करने की मांग करेंगे और विभिन्न चीनी मिलों को आपूर्ति किए गए गन्ने के लिए लंबे समय से लंबित बकाया राशि के निपटान में सरकार के हस्तक्षेप की भी मांग करेंगे।
कर्नाटक गन्ना उत्पादक संघ के राज्य सचिव एन.एल. भरतराज और कर्नाटक प्रांत रायथा संघ के जिला अध्यक्ष शरण बसप्पा ममशेट्टी ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए केंद्र से चीनी रिकवरी दर को 10.25% से संशोधित कर 8.5% करने का आग्रह किया। 2024-25 सीजन के लिए गन्ने का एफआरपी 10.25% की चीनी रिकवरी दर पर 340 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है, जो 2023-24 के दौरान तय एफआरपी से 8% अधिक है। उन्होंने मांग की कि, सरकार 8.5% की रिकवरी दर पर एफआरपी 5,000 रुपये प्रति टन तय करे। ममशेट्टी ने कहा कि, मिलें खेतों से गन्ने की कटाई और उसे कारखानों तक पहुंचाने के लिए अत्यधिक कीमत वसूल रही हैं।
गन्ने की कटाई और परिवहन के लिए मिलें 5 कि.मी. की दूरी के लिए 588 रुपये प्रति टन, 10 किमी के लिए 608 रुपये, 15 किमी के लिए 637 रुपये और 20 किमी के लिए 661 रुपये वसूल रही हैं। उन्होंने गन्ना (नियंत्रण) आदेश 1966 को मजबूत करने की मांग की जो गन्ना उत्पादकों के हितों की रक्षा करता है। उन्होंने कहा कि कलबुर्गी जिले के 350 गन्ना उत्पादक इस आंदोलन में भाग लेंगे।
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