लखीमपुरखीरी: उत्तर प्रदेश में पेराई सीजन शुरू हो गया है, और गन्ना विभाग ने चीनी मिलों को एक-दुसरे के इलाके में गन्ने के लिए सेंधमारी करने से रोकने के लिए कड़े कदम उठाये है। लखीमपुरखीरी जिले में गांवों में अवैध रूप से गन्ना सेंटर खोलकर किसानों का गन्ना कम रेट में खरीद, चीनी मिलों के कर्मचारियों से सांठगांठ कर मिलों में बेच रहे हैं।हिंदुस्तान में प्रकशित खबर के अनुसार, अवैध गन्ना सेंटर की शिकायत मिलने के बाद जिला गन्ना अधिकरी वेद प्रकाश ने ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक के साथ गोपनीय तरीके से खंभारखेड़ा चीनी मिल गेट पर दो गन्ना भरे ट्रकों को रोका। चालकों ने बताया कि यह गन्ना बेलरायां चीनी मिल क्षेत्र से लाए हैं। इस पर जिला गन्ना अधिकारी ने खंभारखेड़ा चीनी मिल के अध्यासी गन्ना, दो सचिवों और ट्रक ट्रांसपोर्टर व चालकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने को सदर कोतवाली में तहरीर दी है।
जिला गन्ना अधिकारी वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि, अवैध गन्ना खरीद के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। सूचना के आधार पर सचिव गन्ना समिति लखीमपुर, ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक खम्भारखेड़ा ने चीनी मिल खम्भारखेड़ा गेट के सामने टोकन मिलने के स्थान पर दो ट्रक गन्ना भरे पकड़े। पूछताछ करने पर ट्रक चालक ने बताया कि यह गन्ना क्रय केन्द्र नरेन्द्र नगर बेली के पास तौल कांटा लगाकर क्रय किया गया है जबकि चालक के पास चीनी मिल खम्भारखेड़ा को आवंटित क्रय केन्द्र सुजौली पर तैनात तौल लिपिक से जारी किया गया चालान मिला। चालक ने बताया यह चालान शकील ने दिया है। इसी तरह से दूसरे ट्रक में लाया गया गन्ना नरेन्द्र नगर बेली के पास तौल कांटा लगाकर खरीदा गया है।
खबर में आगे कहा गया है की, चीनी मिल खम्भारखेड़ा को आवंटित क्रय केन्द्र गिरजापुर तृतीय बरखड़िया से जारी किया गया चालान मिला। डीसीओ ने बताया कि दोनों ट्रकों को पुलिस की सुपुर्दगी में दिया गया है। डीसीओ ने बताया कि चीनी मिल के अध्यासी अवधेश कुमार गुप्ता, सुजौली केन्द्र के तौल लिपिक विकास सिंह, अरुण सिंह प्रबन्धक गन्ना चीनी मिल खम्भारखेडा, ट्रान्सपोर्टर एैनुल खान, वाहन चालक सोहेल व शकील अहमद के अलावा कुलदीप यादव तौल लिपिक क्रय केन्द्र गिरजापुर तृतीय/ बरखड़िया व ट्रक चालक उस्मान के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने को सदर कोतवाली में तहरीर दी है। इस संबंध में चीनी मिल के प्रवक्ता सतीश श्रीवास्तव का कहना है कि कल दो ट्रक किसी बाहरी सेंटर से आ गए थे जिनको गेट के अंदर नहीं लिया गया था। उसकी सूचना तत्काल गन्ना अधिकारियों को भेज दी गई थी । एफआईआर की जानकारी अभी नहीं है।