बुलंदशहर: बढ़ते वायु प्रदूषण रोकने के लिए राज्य सरकार और गन्ना विभाग सख्त हो गए है। धान की पराली के बाद किसान खेतों में गन्ने की पत्ती जला रहे हैं। गन्ने की पत्ती जलाने से किसानों को रोकने के लिए नोटिस जारी किये जा रहे है।हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, गन्ना विभाग ने बुलंदशहर जिले के डेढ़ लाख किसानों को खेतों में पत्ती न जलाने के लिए सख्त चेतावनी के नोटिस जारी कर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। शिकारपुर क्षेत्र के एक किसान द्वारा खेत में गन्ने की पत्ती जलाई गई तो डीसीओ ने उसकी बॉन्ड निरस्त करते हुए गन्ना भुगतान रोक दिया है।
शनिवार को डीसीओ ने क्षेत्र के कई गांवों का निरीक्षण कर किसानों से खेतों में गन्ने की पत्ती न जलाने की अपील की। जिले में 30 से अधिक किसानों पर कार्रवाई की गई है। गन्ना विभाग ने जिले की सभी चीनी मिलों के परिक्षेत्र के 1.40 लाख से अधिक किसानों को चेतावनी के नोटिस दिए हैं कि वह खेतों में गन्ने की पत्ती न जलाएं। डीसीओ ने बताया कि, जिले में प्रतिदिन निरीक्षण कर किसानों को अवगत कराया जा रहा है। डीसीओ अनिल कुमार ने कहा, जिले के सभी गन्ना किसानों को चेतावनी नोटिस जारी किए गए हैं कि, वह खेतों में गन्ने की पत्ती न जलाएं। किसानों को नोटिस प्राप्त हो गए हैं। एक किसान का बॉन्ड निरस्त कर दिया है। निरीक्षण जारी है यदि कोई किसान पत्ती जलाता है तो सीधा बॉन्ड निरस्त कर दिया जाएगा।