संभल : अधिक उपज और बेहतर आर्थिक लाभ देने के लिए जानी जाने वाली गन्ने की कोयम्बटूर 0238 प्रजाति को अब रेड रॉट (लाल सड़न) बीमारी के चलते संभल जिले में पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है। चीनी और गन्ना विकास विभाग ने इस प्रजाति को खत्म करने का निर्णय लिया है। आपको बता दे की, पिछले कुछ सालों में 0238 प्रजाति में रेड रॉट बीमारी के बढ़ते मामलों ने न केवल फसल उत्पादन को प्रभावित किया है, बल्कि चीनी मिलों की क्षमता पर भी असर डाला है। यह बीमारी गन्ने की गुणवत्ता और उपज दोनों को नुकसान पहुंचा रही है, जिससे किसानों और शुगर मिलों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। गन्ना विभाग किसानों को 0238 प्रजाति के बजाय किसानों को अन्य विकल्प मुहैया कर रहा है। गन्ना विभाग और चीनी मिलों द्वारा इस बारे में जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है।
हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, जिला गन्ना अधिकारी राजेश्वर यादव ने बताया कि इस प्रजाति को लेकर किसानों को जागरूक करने के लिए पोस्टर, बैनर और मुनादी जैसे प्रचार-प्रसार के माध्यमों का उपयोग किया जाएगा। हालांकि, प्रतिबंध के बावजूद, कई किसान अभी भी 0238 प्रजाति से मोहभंग नहीं कर पा रहे हैं। इसका मुख्य कारण है कि इस प्रजाति ने पहले उन्हें बड़ी उपज और अच्छी आय दी थी। किसानों को इस प्रजाति के नुकसान और भविष्य की फसल के लिए इसके खतरों को समझाने की कोशिश की जा रही है।