मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) : सहकारी गन्ना विकास समिति कार्यालय में समिति सभापति ने समिति सचिव और स्टाफ के साथ बैठक कर किसानों को नई प्रजाति का गन्ने का अधिकाधिक बीज उपलब्ध कराने और बीज खरीद की धनराशि चीनी मिल से मिलने वाली गन्ना तौल पर्ची में समायोजित करने की मांग की। अमर उजाला में प्रकाशित खबर के अनुसार, समिति सभापति चौधरी विजयपाल सिंह ने कहा कि गन्ने की पुरानी प्रजाति 0238 में लाल सड़न रोग लगने की वजह से किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। फरवरी माह में बसंत कालीन गन्ना बुआई शुरू होने वाली है, और किसानों को नई प्रजाति के गन्ने का बीज उपलब्ध कराया जाए।
समिति सचिव आर के पाठक ने बताया कि, बिलारी क्षेत्र में गन्ने की तीन नई प्रजातियों 13235, 16202 और 17231 का बीज किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा। समिति सचिव के अनुसार गन्ना विकास परिषद बिलारी और लक्ष्मी जी चीनी मिल बिलारी के कर्मचारियों ने संयुक्त रूप से क्षेत्र का सर्वे कर यह पता लगा लिया है कि किस किसान के पास नई प्रजाति का कितना गन्ना बीज है और किन किसानों द्वारा कितने रकबे में नई प्रजाति का गन्ने का बीज बोने की तैयारी है।