पुणे : इस पेराई सत्र में 20 जनवरी 2025 तक राज्य में कुल 196 चीनी मिलें चालू हो चुकी हैं। चीनी आयुक्तालय द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, इन चीनी मिलों ने अब तक 524.61 लाख टन गन्ने की पेराई की है और 466.48 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। राज्य की समग्र औसत चीनी रिकवरी दर लगभग 8.89 प्रतिशत है। पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान 604.79 लाख टन गन्ने की पेराई की गई थी और 566.56 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन हुआ था। पिछले साल की तुलना में अब तक चीनी उत्पादन में 100 लाख क्विंटल की कमी आई है।
पुणे संभाग में 126.35 लाख टन गन्ने की पेराई की गई है और औसत चीनी उत्पादन 113.2 लाख क्विंटल रहा है। औसत चीनी उपज 8.96 प्रतिशत है। संभाग में 31 कारखाने संचालित हैं, जिनमें 18 सहकारी और 13 निजी कारखाने शामिल हैं। कोल्हापुर डिवीजन में 40 मिलें (26 सहकारी और 14 निजी) शुरू हैं। इन मिलों ने 127.51 लाख टन गन्ने की पेराई की है तथा 134.18 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। इस संभाग में चीनी रिकवरी दर राज्य में सबसे अधिक 10.52 प्रतिशत है।
सोलापुर में 43 कारखाने चल रहे हैं, जिनमें 17 सहकारी और 26 निजी हैं। इन मिलों ने 90.49 लाख टन गन्ने की पेराई कर 69.79 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। विभाग की चीनी रिकवरी 7.71 प्रतिशत है। अहमदनगर डिवीजन में 26 मिलें संचालित हैं, जिनमें से 14 सहकारी और 12 निजी हैं। इन मिलों ने 66.81 लाख टन गन्ने की पेराई कर कुल 55.25 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है और इसकी उपज 8.27 प्रतिशत है।
नांदेड़ में कुल 29 मिलों ने 59.51 लाख टन गन्ने की पेराई की है और 9.07 प्रतिशत चीनी उपज के साथ 54 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। छत्रपति संभाजीनगर संभाग में 20 मिलों (12 सहकारी और 8 निजी) ने 47.06 लाख टन गन्ने की पेराई की है। उन्होंने 34.75 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। इस खंड में चीनी रिकवरी 7.38 प्रतिशत है।
अमरावती संभाग में चार चीनी मिलों ने परिचालन शुरू कर दिया है, जिनमें एक सहकारी और तीन निजी मिलें हैं। इन मिलों ने 5.51 लाख टन गन्ने की पेराई की है तथा 4.63 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। इस संभाग में चीनी रिकवरी 8.4 प्रतिशत है। नागपुर संभाग में 3 निजी मिलें कार्यरत हैं और उन्होंने 1.37 लाख टन गन्ना पेराई कर 0.68 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। इस विभाग में चीनी रिकवरी दर राज्य में सबसे कम 4.96 प्रतिशत है।