गोरखपुर : गन्ना शोध संस्थान सेवरही की वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. अर्चना सिरारी ने गन्ने की बुवाई, कम लागत में ज्यादा उत्पादन के उपायों और पूर्वांचल के लिए गन्ने की सटीक प्रजातियों के बारे में किसानों को विस्तार से जानकारी दी।हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, उन्होंने कहा कि गन्ना उत्पादन प्रबंधन से पूर्वांचल के किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी।
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कृषि एवं प्राकृतिक विज्ञान संस्थान में ‘गन्ना उत्पादन प्रबंधन विषय पर बुधवार को इरादाटेक फाउंडेशन के सहयोग से व्याख्यान का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर डॉ. अर्चना सिरारी ने किसानों को मार्गदर्शन किया। गन्ना शोध संस्थान के कीट वैज्ञानिक डॉ. विनय कुमार मिश्र ने गन्ने में लगने वाली बीमारियां और उनसे होने वाले नुकसान के बारे में सटीक जानकारी साझा की। गन्ना शोध संस्थान के प्लांट पैथोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ वीपी भारती कीट प्रबंधन पर व्याख्यान दिया।इस अवसर पर पूर्व कृषि विभाग के निदेशक प्रो. शरद कुमार मिश्र, डॉ. सरोज चौहान, डॉ. नूपुर सिंह, डॉ. निखिल रघुवंशी, डॉ. तल्हा अंसारी, डॉ. सौरभ सिंह, डॉ. ज्ञान प्रकाश सिंह, डॉ. रितेश कुमार, डॉ. तनवीर, डॉ. मोनालिसा और किसान बड़ी संख्या में मौजूद रहे।