नई दिल्ली : शुक्रवार को खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, जनवरी में वैश्विक खाद्य वस्तुओं की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई, जो मुख्य रूप से चीनी और वनस्पति तेलों में कमी के कारण हुई। एफएओ खाद्य मूल्य सूचकांक (FFPI) जनवरी 2025 में औसतन 124.9 अंक रहा, जो दिसंबर के संशोधित स्तर से 2.1 अंक (1.6 प्रतिशत) कम है। चीनी, वनस्पति तेल और मांस के मूल्य सूचकांक में गिरावट ने डेयरी उत्पादों और अनाज के मूल्य सूचकांक में वृद्धि की भरपाई कर दी। समग्र सूचकांक एक वर्ष पहले के अपने इसी स्तर से 7.3 अंक (6.2 प्रतिशत) अधिक था, हालांकि, यह मार्च 2022 में पहुँचे शिखर से 35.3 अंक (22.0 प्रतिशत) नीचे रहा।
रिलीज़ के अनुसार, एफएओ चीनी मूल्य सूचकांक जनवरी में औसतन 111.2 अंक रहा, जो दिसंबर से 8.1 अंक (6.8 प्रतिशत) और एक वर्ष पहले के मूल्य से 25.2 अंक (18.5 प्रतिशत) कम है, जो अक्टूबर 2022 के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर पहुँच गया, जब यह औसतन 108.6 अंक था। जनवरी में गिरावट मुख्य रूप से चालू 2024-25 सीज़न के लिए बेहतर वैश्विक आपूर्ति संभावनाओं के कारण हुई। हाल के महीनों में ब्राज़ील में आम तौर पर अनुकूल मौसम के बाद, जिससे अप्रैल 2025 से काटी जाने वाली गन्ने की फ़सल को फ़ायदा हुआ। इसके अतिरिक्त, अक्टूबर 2023 से सीमित करने के बाद भारत सरकार द्वारा चीनी निर्यात को फिर से शुरू करने के निर्णय ने विश्व चीनी कीमतों पर और अधिक दबाव डाला।