बागपत : 2024-25 पेराई सीजन अपने अंतिम चरण में पहुंच चूका है, बावजूद इसके राज्य सरकार द्वारा गन्ना मूल्य घोषित न होने से प्रदेश के गन्ना किसान काफी नाराज है। छपरौली में राष्ट्रीय लोकदल के चौधरी अजीत सिंह की प्रतिमा का अनावरण के लिए पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा गन्ना मूल्य की घोषणा न होने से किसान मायूस हुए। हिंदुस्तान में प्रकाशित खबे के अनुसार, किसानों को उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री सभा में बढ़े हुए गन्ना मूल्य की घोषणा करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
किसानों ने मुख्यमंत्री द्वारा बकाया गन्ना भुगतान न करने वाली चीनी मिलों पर सरकारी ताले लगाने की घोषणा को सराहनीय बताया। इस कदम से प्राइवेट चीनी मिल मालिक किसानों का पैसा दबाकर नहीं बैठ पाएंगे, लेकिन गन्ना मूल्य की घोषणा न होने से किसानों में मायूसी भी बनी हुई है। किसानों ने कहा की, उन्हें गन्ना उत्पादन लागत के अनुरूप उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है। किसानों के अनुसार, सरकार को गन्ने का समर्थन मूल्य कम से कम 400 रूपये प्रति क्विंटल घोषित करना चाहिए।