बेलगावी स्थित एस. निजलिंगप्पा शुगर इंस्टीट्यूट (SNSI) इस शैक्षणिक वर्ष से चीनी प्रौद्योगिकी में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम शुरू करेगा।
मंत्री शिवानंद पाटिल ने हाल ही में बेंगलुरु में संस्थान के बोर्ड की बैठक के बाद यह घोषणा की।
नया पाठ्यक्रम बेलगावी स्थित रानी चन्नम्मा विश्वविद्यालय से संबद्ध होगा, जो छात्रों को शर्करा प्रौद्योगिकी में विशिष्ट शिक्षा प्रदान करेगा। द हिन्दू की रिपोर्ट के अनुसार, बोर्ड ने बेलगावी के निकट बेनकनाहल्ली में एक चीनी और अल्कोहल अनुसंधान केंद्र शुरू करने का भी निर्णय लिया।
SNSI और इसके विभिन्न परिसरों में डॉक्टरेट की पढ़ाई करने के लिए शोधार्थियों को सुविधा प्रदान करने के लिए प्रावधान किए जाएंगे। अनुमान है कि कॉलेज शुरू करने के लिए ₹15 करोड़ की आवश्यकता होगी। और, तुरंत ₹5 करोड़ अलग रखने का निर्णय लिया गया है।
SNSI में ऊतक संवर्धन प्रयोगशाला नौ वर्षों से कार्यरत है और अब तक 16.47 लाख पौधे तैयार किए जा चुके हैं।
मंत्री ने कहा कि जैव उर्वरक और जैव कीटनाशक उत्पादन इकाई चार वर्षों से चल रही है और 2023-24 के अंत तक 8.26 टन का उत्पादन किया गया है।
टिशू कल्चर प्रयोगशाला और जैवउर्वरक तथा जैवकीटनाशक उत्पादन इकाई को और मजबूत किया जाएगा।
निजलिंगप्पा संस्थान द्वारा एक कॉर्पस फंड की स्थापना की जाएगी, ताकि किसी भी अग्नि आपदा में गन्ने की फसल को नुकसान होने पर मुआवजा दिया जा सके। श्री पाटिल ने कहा कि मुआवजा देने के लिए जल्द ही दिशा-निर्देश तैयार किए जाएंगे।