केंद्रीय कृषि मंत्रालय की भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान (IIMR) के क्षेत्रीय स्टेशन को बिहार के बेगूसराय से कर्नाटक के शिवमोगा में स्थानांतरित करने की योजना पर राज्य में विपक्षी दल की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया हुई है।
इस निर्णय की जानकारी सोमवार को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा शिवमोगा के लोकसभा प्रतिनिधि बी.वाई. राघवेंद्र को लिखे गए पत्र के माध्यम से दी गई।
चौहान का 31 दिसंबर, 2024 का पत्र, शिवमोग्गा में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) – आईआईएमआर क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र स्थापित करने के राघवेंद्र के अनुरोध के जवाब में था।
चौहान ने लिखा की मैं आपकी चिंता की सराहना करता हूं और यह बताते हुए गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि XVth वित्त आयोग की अवधि (वित्तीय वर्ष 2021-22 से 2025-26) के दौरान, बेगूसराय में IIMR, लुधियाना के क्षेत्रीय स्टेशन को शिवमोग्गा में स्थानांतरित करने की मंजूरी दी गई है…”
उन्होंने आगे कहा की मेरा मानना है कि इस कदम से मक्का का उत्पादन और उत्पादकता पूरी क्षमता तक बढ़ जाएगी और राज्य के किसानों और हितधारकों को लाभ होगा।
यह निर्णय आश्चर्यजनक है, खासकर तब जब उत्तर और पूर्वोत्तर बिहार के कई जिले प्रमुख मक्का उत्पादक क्षेत्र बन गए हैं। बिहार, जो अपनी कम प्रति व्यक्ति आय के लिए जाना जाता है, को प्रमुख मक्का उत्पादक क्षेत्र के रूप में मान्यता दी गई है।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने नाराजगी जताते हुए कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, एनडीए और भाजपा को बिहार से क्या परेशानी है कि उन्होंने आईआईएमआर को अपना क्षेत्रीय स्टेशन बेगूसराय से शिवमोगा स्थानांतरित करने का निर्देश दिया है? मोदी सरकार बिहार और उसके किसानों के खिलाफ है। हमारे किसान इसका बदला चुकाएंगे।
आखिर बिहार और बिहार के किसानों से क्या दिक्कत है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, NDA और भाजपा को?
भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान (आईआईएमआर) के बेगूसराय स्थित क्षेत्रीय मक्का अनुसंधान एवं बीज उत्पादन केंद्र को नरेंद्र मोदी सरकार ने कर्नाटक के शिवमोग्गा में स्थानांतरित करने का… pic.twitter.com/qA1bMlz8KI
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 17, 2025
उन्होंने यह भी बताया कि मक्का क्षेत्रीय स्टेशन की स्थापना 1997 में तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद और प्रधानमंत्री आई.के. गुजराल के कार्यकाल के दौरान की गई थी। उन्होंने इस निर्णय को बिहार के लोगों के साथ विश्वासघात बताया। अररिया, बेगूसराय, पूर्णिया, कटिहार, समस्तीपुर और मधेपुरा जैसे जिलों ने रबी और खरीफ दोनों मौसमों में मक्का की खेती में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।