मुंबई: विधान परिषद के उपसभापति डॉ. नीलम गोरहे ने गन्ना कटाई करने वालों के लिए सरकारी योजनाओं को एक ही मंच पर उपलब्ध कराने के लिए एक ऐप बनाने का निर्देश दियाऔर ट्रैकिंग सिस्टम और राशन पोर्टेबिलिटी जैसी परिष्कृत प्रणालियों की मदद से योजनाओं को लागू करने पर जोर दिया जाना चाहिए।साथ ही,उन्होंने मराठवाड़ा के सभी जिलों में गन्ना कटाई श्रमिकों के लिए जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में सभी विभागों के अधिकारियों को शामिल करते हुए एक विकास एवं सहायता समिति के गठन का भी सुझाव दिया।
विधान सभा में नीलम गोरहे वे बीड जिले में हिस्टेरेक्टॉमी सर्जरी के संबंध में गठित समिति की रिपोर्ट की कार्यवाही के संबंध में नीलम गोरहे की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में बोल रही थीं।डॉ. गोरहे ने कहा कि, स्वास्थ्य विभाग को गन्ना कटाई करने वाली प्रत्येक महिला को स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराना चाहिए। महिलाओं को गन्ना कटाई के लिए जाने से पहले और बाद में स्वास्थ्य जांच करानी चाहिए।चीनी मिल के अधिकार क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से महिलाओं की चिकित्सा जांच करें तथा विशेषज्ञों द्वारा तैयार मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का उपयोग करते हुए सर्जरी करें।
बैठक में सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त अमगोथू रंगनायक, गोपीनाथ मुंडे गन्ना श्रमिक कल्याण महामंडल के प्रबंध निदेशक रविंद्र गोरवे, सहकारिता आयुक्त दीपक तावरे, धाराशिव जिला कलेक्टर कीर्तिकुमार पुजार, नांदेड जिला कलेक्टर राहुल कर्डिले, परभणी जिला कलेक्टर रघुनाथ गावड़े, बीड जिला कलेक्टर अविनाश पाठक आदि ऑनलाइन प्रणाली के माध्यम से उपस्थित थे।