सरलाही : जिला कोषागार नियंत्रक कार्यालय ने जिले के तीनों चीनी मिलों से गन्ना पेराई का ब्यौरा मांगा है। गन्ना किसानों को सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी देने के लिए जिला कोषागार नियंत्रक कार्यालय ने चीनी उद्योगों से किसानों का ब्यौरा और पेराई की गई गन्ने की मात्रा मांगी है। सरलाही में इंदुशंकर चीनी उद्योग, हरियन, महालक्ष्मी चीनी उद्योग, बगदाहा और अन्नपूर्णा चीनी उद्योग, धनकौल संचालित हैं।तीनों चीनी मिलों ने दो महीने पहले गन्ना पेराई बंद कर दी थी।
जिला कोषागार नियंत्रक कार्यालय के प्रमुख पुष्प प्रसाद गुरगैन ने बताया कि, चीनी उद्योगों को एक सप्ताह के भीतर ब्यौरा उपलब्ध कराने के लिए पत्र भेजा गया है, जिसमें गन्ना बेचने वाले किसानों के नाम और उनके द्वारा पेराई की गई चीनी की मात्रा का ब्यौरा शामिल है। गन्ना किसानों को सब्सिडी देने के लिए मंगलवार को हुई समिति की बैठक में एक प्रारूप तैयार कर चीनी उद्योग से किसानों, नगर पालिकाओं के नाम और पेराई की गई गन्ने की मात्रा सहित ब्यौरा मांगने का निर्णय लिया गया। कोषागार नियंत्रक कार्यालय से पत्र मिलने के बाद गुरुवार को जिला मुख्यालय मलंगावा पहुंचे तीनों उद्योगों के मालिकों और प्रतिनिधियों ने एक सप्ताह के भीतर किसानों का ब्यौरा और पेराई की गई गन्ने की मात्रा जमा कराने की प्रतिबद्धता जताई है।
सरकार ने गन्ना किसानों को 70 रुपये प्रति क्विंटल की दर से सब्सिडी देने का निर्णय लिया है। व्यवस्था यह है कि कृषि एवं पशुधन मंत्रालय कृषि विभाग के माध्यम से जिला कोषागार नियंत्रक कार्यालय को राशि भेजता है और जिला कोषागार नियंत्रक कार्यालय किसानों के खातों में पैसा जमा कराता है। गुरगैन ने बताया कि जिला कोषागार नियंत्रक कार्यालय के बैंक खाते में अभी तक गन्ना सब्सिडी की राशि नहीं पहुंची है। सरकार आमतौर पर दशईं पर्व के समय गन्ना किसानों को सब्सिडी की राशि भेजती है। गन्ना किसान मांग कर रहे हैं कि उन्हें जल्द से जल्द सब्सिडी राशि उपलब्ध कराई जाए।