वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने आज कहा कि लोगों का पैसा सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक में 13,000 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी समेत गड़बड़ी के कई मामले सामने आने के बीच यह बात कही है।
सार्वजनिक क्षेत्र के कई बैंक प्रमुखों के साथ बैठक के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि सरकार बैंकों के प्रभावी तरीके से नियमन के लिये रिजर्व बैंक को और अधिकार देने के सवालों को लेकर चर्चा को तैयार है।
गोयल ने कहा , ” सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में लोगों का पैसा बिल्कुल सुरक्षित है। सरकार उनके साथ मुस्तैदी के साथ खड़ी है। ”
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उनके मन में सवाल उठता है कि उन निजी कंपनियों के पास लोगों का पैसा कितना सुरक्षित है जिनके ऊपर काफी कर बकाया है और जो जनता से जमा जुटाती हैं।
गोयल ने कहा कि धोखाधड़ी निजी कंपनियां करती हैं न कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक (पीएसबी) ।
रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल के बयान के संदर्भ में गोयल ने कहा कि यह रिजर्व बैंक के पास शक्तियां हैं लेकिन अगर अतिरिक्त शक्तियों की जरूरत , सरकार उस पर विचार करने के लिये तैयार है।
पटेल ने हाल में संसद की एक समिति के समक्ष कहा था कि पीएसबी के प्रभावी नियंत्रण के लिये केंद्रीय बैंक के पास पर्याप्त शक्ति नहीं है। गोयल ने यह भी कहा कि पीएसबी सही कंपनियों की कर्ज जरूरों को पूरा करेंगी और एमएसएमई (सूक्ष्म , लघु एवं मझोले उद्यम) पर ध्यान देंगी।
हीरा कारोबारी नीरव मोदी की पंजाब नेशनल बैंक के कुछ अधिकारियों के साथ मिलकर 13,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की जांच कई जांच ऐंजसियां कर रही हैं।
इसके अलावा हाल में सरकारी बैंकों में धोखाधड़ी के कई अन्य मामले आये हैं।