गोरखपुर : केंद्र सरकार की एथेनॉल निति के तहत उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र समेत गन्ना उत्पादक सभी राज्यों में प्लांट लगाने के लिए कोशिशे तेज हो चुकी है। उत्तर प्रदेश में धुरियापार चीनी मिल द्वारा देश का पहला टूजी यानि सेकेंड जनरेशन एथेनॉल प्लांट का निर्माण किया जायेगा। इसके लिए 7000 करोड़ रुपये का बजट बनेगा, फिर चीनी मिल के आसपास 18 गांवों से पांच हजार एकड़ जमीन लेकर औद्योगिक गलियारा भी बनाया जाएगा।
योगी सरकार ने राज्य में गन्ना किसानों को राहत देने के साथ-साथ रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए प्रयास शुरू कर दिए है। इस निर्माणाधीन एथेनॉल प्लांट के लिए गेहूं के डंठल का भूसा, धान की भूसी, पुआल, गन्ने की पत्ती सहित अन्य चीजें किसानों से खरीदी जाएंगी। यहां बॉयो गैस का उत्पादन कर पेट्रोल पंपों को सप्लाई दी जाएगी, जिसके लिए पशुपालकों से गोबर खरीदा जाएगा।
राज्य में अभी भी लगभग 6000 करोड़ रूपये गन्ना भुगतान बकाया है, जिसमे सबसे ज्यादा बकाया निजी मिलों के पास है। राज्य सरकार के कई कोशिशों के बावजूद मिलें किसानों का भुगतान करने में नाकाम रही है। अब सरकार द्वारा एथेनॉल उत्पदान को बढ़ावा देनें के लिए किये जा रहे प्रयासों के कारण आनेवाले कुछ सालों में किसानों की आर्थिक स्थिती मजबूत करने पर सरकार अभी से कम कर रही है और टूजी इथेनोल प्लांट इसी प्रयासों का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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