चाहे वो उत्तर प्रदेश हो या महाराष्ट्र सब जगह गन्ना बकाया का मुद्दा गरमाया हुआ है, क्यूंकि अगला पेराई सीजन शुरवात होने के कगार पर है लेकिन फिर भी किसान दावा करते है की गन्ना बकाया अभी तक नहीं चुकाया गया है। गन्ना बकाया को लेकर किसान सड़क पर भी उतर रहे है।
मुद्दे के गंभीरता को देखते हुए, उत्तर प्रदेश सरकार भी सख्त हो चुकी है। एक निजी चैनल से बात करते हुए, उत्तर प्रदेश के गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में किसानों को गन्ना भुगतान समय पर किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा की, गोरखपुर व बस्ती में दो चीनी मिल लगाई जा रही हैं। जहां पर गन्ना से इथेनॉल बनाने का कार्य किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी लगातार इस बात को लेकर कहते रहे हैं कि वैकल्पिक ईंधन की व्यवस्था की जाए और उत्तर प्रदेश सरकार उसी दिशा में बढ़ रही है। इससे किसानों को भी लाभ होगा।
उन्होंने आगे कहा की, “अगर मोदीजी चीनी की न्यूनतम बिक्री मूल्य तय नहीं करते तो एक बहुत बढ़ी कठिनाई हमारे सामने आ सकती थी। इसलिए प्रधानमंत्रीजी ने इस बात को समझा और चीनी का न्यूनतम बिक्री मूल्य तय किया। ब्राजील जैसा देश जहा बहुत ज्यादा गन्ना उत्पादन होता है वहाँ भी गन्ना बकाया भुगतान में कठिनाइयाँ हो रही है लेकिन उत्तर प्रदेश और देश में गन्ना भुगतान में कठिनाइयाँ नहीं हुई है।
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