रुड़की: उत्तराखंड की रुड़की स्थित इकबालपुर चीनी मिल में किसानों के बकाये को लेकर काफी बवाल मचा हुआ है। मिल ने गन्ना किसानों के दो साल से बकाया भुगतान नहीं किया है। परेशान किसानों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखकर भुगतान तुरंत कराए जाने की मांग की है औऱ ऐसा न करने पर सामूहिक आत्मदाह की चेतावनी भी दी है।
इकबालपुर में आयोजित एक बैठक में किसानों ने मिल पर किसानों के वर्ष 2017-18 और 2018-19 के लगभग 200 करोड़ रुपये के बकाए भुगतान की चर्चा की। गन्ने का पैसा न मिलने से किसानों को आर्थिक संकट से जुझना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने हाल ही में नीलामी के लिए बोली मंगाई थी लेकिन उनकी प्रक्रिया इतनी जटिल थी कि वह सफल नहीं हो पाया। किसानों ने आरोप लगाया कि यदि प्रशासन चाहता तो नीलामी की प्रक्रिया को आसान कर किसानों को भुगतान दिला सकता था। नाराज किसानों ने बैठक में चेतावनी दी कि वे 12 अक्टूबर को इकबालपुर चीनी मिल के गेट पर सामूहिक आत्मदाह करेंगे और इसकी जिम्मेदारी मिल प्रबंधन और प्रशासन की होगी।
इकबालपुर चीनी मिल की हालत काफी ख़राब हो चुकी है। मिल आर्थिक तंगी से जूझ रही है जिसके कारण उसने अब तक गन्ना किसानों का बकाया भुगतान नहीं चुकाया है। चीनी मिल क्षेत्र के गन्ना किसान बौखलाए हुए है, क्यूंकि उन्हें अब तक मिल द्वारा गन्ना बकाया भुगतान नहीं चुकाया गया है। मिल की इतनी हालत ख़राब है की उनकी नीलामी की चीनी भी नहीं बिक रही है। चीनी मिल की ओर से दो साल से गन्ना किसानों का भुगतान नहीं किया गया है। बकाया को लेकर किसानों ने कई बार आंदोलन किया, फिर भी उन्हें भुगतान करने में चीनी मिल प्रशासन विफ़ल रहा है। आख़िरकार किसानों का भुगतान करने के लिए मिल की चीनी बेचने का फैसला लिया गया, लेकिन बार बार अड़चनों के वजह से चीनी बेचने में नाकयाबी ही हाथ लगी।
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