बुलावायो: ज़िम्बाब्वे में टोकवे-मुकोर्सी बांध के निर्माण से विस्थापित परिवारों के स्कूली बच्चों ने गन्ने से लदी ट्रेड रोक कर गन्ना चुराने लगे हैं। इन गन्नों को मिलों में पेराई के लिए ले जाया जा रहा था।
ज़िम्बाब्वे के राष्ट्रीय रेलवे के अनुसार स्कूली बच्चे पर ट्राइंगल में टोंगाट हुलेट चीनी मिलों के लिए जा रहे गन्ने को लूटने का आरोप है। कुछ अभिभावकों पर अपने बच्चों के साथ गाड़ियों को लूटने का भी आरोप लगाया गया है। चलती माल गाड़ियों से गन्ना चुराने के दौरान कुछ बच्चों के घायल होने की भी खबर है।
गन्ने की चोरी को देखते हुए गत सप्ताह जिंबावे रेलवे ने इस क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि हमें चिंगविजी में महिलाओं और बच्चों को संभालना भारी पड़ने लगा है। क्योंकि ज्यादातर चीनी मिलों के लिए गन्ने की ट्रेन इसी रास्ते से गुजरती हैं।
Newzimbabwe.com के साथ एक साक्षात्कार में नेशनल रेलवे ऑफ जिंबावे के जनसंपर्क प्रबंधक न्याशा मरावणिका ने कहा कि बीते शुक्रवार को हमने टोंगाट हुलेट अधिकारियों के साथ-साथ स्थानीय पारंपरिक नेताओं की एक बैठक की और मुद्दे को हल करने के लिए जागरूकता बैठक की। बैठक के दौरान मारवणिका ने कहा कि हमें यह पता चला कि कुछ माता-पिता सही में अपने बच्चों को गाड़ियों पर छापा मारने और गन्ना चुराने के लिए भेज रहे थे। उन्होंने कहा कि एक बच्चे ने ऐसी कार्रवाई में कुचलने से पैर खो दिया। उन्होंने कहा कि चोरी का मुख्य कारण भूख है। हम इसे दबा नहीं सकते।
मारवणिका ने कहा कि ट्रेनों पर पत्थर मारकर रोकने और गन्ना चुराने की घटना बेहद चिंताजनक है।
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