कोल्हापुर / पुणे : चीनी मंडी
चीनी मिलों का पेराई सीजन शुरू करने से पहले ही चीनी श्रमिकों का आंदोलन शुरू होने की संभावना है। ऐसा आरोप है की वेतन समझौता खत्म होने के बावजूद भी सरकार ने वेतन बढ़ोतरी समिति का गठन नहीं किया है। सरकार की तरफ से वेतन वृद्धी माँग की अनदेखी के कारण श्रमिकों ने 20 नवंबर से राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ने का फैसला किया है। मंगलवार को पुणे में महाराष्ट्र चीनी श्रमिक प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष तात्यासाहब काले की अध्यक्षता में बैठक हुई। इस बैठक के लिए राज्य के समिति के पदाधिकारी उपस्थित थे। बैठक में, चीनी श्रमिकों की मूल मजदूरी में 30% की वृद्धि, अंतिम अनुबंध तक प्रति माह 3,000 रुपये की अंतरिम वृद्धि आदि मांगो को रखा गया है। ऐसा आरोप है की सरकार ने चीनी श्रमिकों की मांगों के संबंध में अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है।
2014 में वेतन वृद्धि समझौता हुआ था और इसे दो साल बाद लागू किया गया था। इसे लेकर श्रमिकों में गुस्सा भी था। वेतन समझौता समाप्त होने से पहले सरकारी कर्मचारियों को एक नया अनुबंध स्वीकृत किया जाता है; लेकिन चीनी श्रमिकों के साथ ऐसा नहीं है। इसलिए इस बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि, चीनी मिलों का सीजन शुरू होने से पहले आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। आंदोलन की तैयारी के लिए 18 नवंबर को कोल्हापुर में और 20 नवंबर को सांगली में चीनी कर्मचारियों की एक बैठक होगी। बैठक में आंदोलन की रूपरेखा तय होगी।
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