गन्ना दर को लेकर चीनी मिलों को मिली चेतावनी

सांगली : चीनी मंडी

2019 – 20 पेराई सीजन की शुरुवात हो चुकी है, लेकिन कोई भी मिल गन्ना दर पर बात नही कर रही है। मिलों के इस रवैये से गन्ना किसानों में काफी आक्रोश है, अब उनकी सहनशीलता का अंत हो गया है। गन्ना दर को लेकर स्वाभिमानी शेतकरी संघठन के साथ साथ अन्य किसान संघठन और मिलर्स के बीच संघर्ष की स्थिती बनी हुई है, कई जगह पर तो आंदोलनकारियों ने गन्ने की कटाई और आवाजाही रोक दी है।

बाढ़ ने कोल्हापुर और सांगली जिले में तबाही मचाई है, बाढ़ इस साल चीनी सीजन को भी काफी प्रभावित करने वाला है। गन्ना किसानों का बाढ़ की वजह से करोडो रुपये का नुकसान हुआ है। अब मिलें गन्ना दर का ऐलान करने से बच रही है, और एकमुश्त पहिली किश्त पर भी बात नही कर रही है। इसलिए राज्य के सभी किसान संघठनों को मिलर्स के साथ संघर्ष करने के सिवाय कोई विकल्प नही बचा है।

इसी बिच चीनी मिलों को चेतावनी देते हुए खानापूर – कडेगांव शेतकरी कामगार पक्ष के चिटनीस सुभाष पाटिल ने कहा की, चीनी सीजन अभी शुरू ही हुआ है। लेकिन कोई भी किसानों को आराम देने के लिए गन्ने की कीमतों के बारे में कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। हर साल गन्ने के रेट पर सवाल उठते है। किसान संघ और चीनी मिल के बीच संघर्ष जारी है। सरकार इस संघर्ष में कोई भूमिका नहीं निभा रही है। इस साल की शुरुआत में, बाढ़ और अत्यधिक बारिश ने किसानों को गंभीर नुकसान पहुंचाया। ऐसे में चीनी मिलें गन्ना किसानों की सयम की परीक्षा ने ले और उचित गन्ना दर जाहिर करे।

यह न्यूज़ सुनने के लिए प्ले बटन को दबाये.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here