दावनगेरे : मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (MRPL) द्वारा दावानगेरे जिले के हनागावाड़ी में दक्षिण भारत का एकमात्र 2G इथेनॉल संयंत्र स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू है। यह देश में 12 ऐसी इकाइयां स्थापित करने के केंद्र सरकार के इथेनॉल उत्पादन रोडमैप का हिस्सा है। केंद्र सरकार के 2018 की नई जैव ईंधन नीति के तहत 2030 तक पेट्रोल में इथेनॉल के मिश्रण का 20% और बायोडीजल के 5% सम्मिश्रण का लक्ष्य रखा है। सूत्रों के अनुसार, 47 एकड़ फैले इस संयंत्र पर अगले तीन महीनों के भीतर काम शुरू हो जाएगा और मार्च 2023 तक चालू कर दिया जाएगा।
इस प्लांट की लगत लगभग 1,300 करोड रुपये आंकी गयी है। नई इकाई 250-350 टन कृषि अपशिष्ट का उपयोग करके हर दिन लगभग 60,000 किलोलीटर इथेनॉल का उत्पादन करेगी। इसके अलावा, इकाई से बाहर निकलने वाले अवशेषों का उपयोग सीमेंट और ईंट उद्योगों और कृषि क्षेत्रों में भी किया जाएगा।
मंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड के महाप्रबंधक बी.पी. गिरीश ने कहा कि, इकाई 2023 में काम करना शुरू कर देगी। उन्होंने यह भी कहा कि, यूनिट के लिए अपनी जमीन देने वाले निवासियों को यूनिट में रोजगार प्रदान किया जाएगा। सांसद जी. एम. सिद्धेश्वर ने केंद्र सरकार के इस कदम का स्वागत किया और कहा कि, वह इकाई स्थापित करने में एमआरपीएल की मदद करेंगे। उन्होंने आगे अपनी शैक्षिक योग्यता के आधार पर स्थानीय निवासियों को रोजगार प्रदान करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
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