आजमगढ़: दी किसान सहकारी चीनी मिल में एक के बाद ऐक भ्रष्टाचार का मामला सामने आ रहा है। भ्रष्टाचार के मामलें पहले ही गन्ना अधिकारी पीके सिंह व जीएम बीके अबरोल का निलंबन हुआ है, अब मंगलवार को गन्ना आपूर्ति में अनियमितता के मामले में मुख्य गन्ना अधिकारी राधेश्याम पासवान को भी शासन ने निलंबित कर दिया।
चीनी मिल में तौल लिपिक और गन्ना अधिकारी की तैनाती से संबंधित आडियो वायरल हुआ था। डीएम नागेंद्र प्रसाद सिंह ने इसकी जांच एडीएम वित्त एवं राजस्व गुरु प्रसाद गुप्ता से कराई थी। तफ्तीश में यह बात सामने आयी की यह आडियो एक साल पुराना है। बावजूद इसके इसमें तौल लिपिकों और गन्ना अधिकारियों की तैनाती में भ्रष्टाचार की पुष्टि हुई थी। विस्तृत जांच रिपोर्ट शासन को भेजी थी।
प्रबंध निदेशक लखनऊ विमल कुमार दुबे ने बताया कि, मुख्य गन्ना सलाहकार लखनऊ आरसी पाठक ने मामले की जांच की। जिसमें मुख्य गन्ना अधिकारी राधेश्याम पासवान दोषी पाए गए।उन्होंने कहा कि, भ्रष्टाचार में लिप्त किसी भी अधिकारी को बख्शा नही जाएगा। योगी सरकार चीनी उद्योग में ज्यादा से ज्यादा पारदर्शिता लाने की कोशिश कर रही है, जिससे किसानों को कोई तकलीफ ना हो।
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