लखनऊ: भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) का आरोप है की उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों की बड़ी बुरी स्थिति है। राज्य की चीनी मिलें लापरवाह हो गई हैं। किसानों के 2 हजार करोड़ रुपए दबाए बैठी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्ती के आदेश को भी इन्होंने दरकिनार कर दिया है। गौरतलब है कि इस स्थिति के बावजूद योगी सरकार ने सहकारी चीनी मिलों दो सौ करोड़ धनराशि दिया और कहा है कि वे इस राशि का उपयोग गन्ना किसानों के बकाए चुकाने के लिए करें।
राज्य सरकार की इस कार्रवाई का भारतीय किसान यूनियन ने विरोध किया है और कहा कि निजी चीनी मिलों में किसानों के 2 हजार करोड़ रुपए का बकाया है। उसका योगी सरकार क्यों नहीं कुछ कर रही। भाकियू ने राज्य सरकार के इस कार्रवाई पर विरोध जताया और कहा कि यदि इन मिलों ने किसानों के पैसे जल्द नहीं चुकाए तो आंदोलन किये जाएंगे।
भाकियू नेता हरिनाम सिंह ने कहा कि उप्र की सहकारी चीनी मिलों पर गत साल लगभग 294 करोड़ का बकाया था। इसके भुगतान के लिए भाकियू ने पूरे राज्य में प्रदर्शन किया था। सीएम योगी ने 4 दिन में भुगतान करने का निर्देश दिया था लेकिन इसे चार महीने बाद किया गया। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश की निजी चीनी मिलों पर अभी भी करीब दो हजार करोड़ का बकाया है अगर इसका भी जल्द भुगतान न किया गया तो भारतीय किसान यूनियन लोकभवन के सामने प्रर्दशन करेगी।
खबरों के मुताबिक उत्तर प्रदेश की अनेक चीनी मिलों पर किसानों के तकरीबन 2 हजार करोड रुपए बाकी है। मुख्यमंत्री योगी भी कई बार इसका तत्काल भुगतान कराने का निर्देश दे चुके हैं। लेकिन अभी तक गन्ना भुगतान बकाया है।
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