लाहौर: सरकार का इरादा है की प्रति एकड़ उपज उत्पादन के अनुपात के अनुसार तीसरे पक्ष द्वारा चीनी की दर तय की जाए। यह बात पंजाब के खाद्य मंत्री समीउल्लाह चौधरी ने कही। किसान बोर्ड पाकिस्तान के उपाध्यक्ष मियां फारूक अहमद और केंद्रीय महासचिव शौकत अली चाधर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को मंत्री से मिला था। इसी दौरान मंत्री ने ये बात कही।
बैठक में खाद्य निदेशक वाजिद अली शाह भी मौजूद थे। प्रतिनिधिमंडल ने गन्ने का समर्थन मूल्य 250 रुपये प्रति ढेर करने की मांग की थी, जिस पर मंत्री ने कहा कि खाद्य विभाग इस पर विचार करेगा। चौधरी ने कहा कि सरकार किसानों का भला चाहती है लेकिन गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाकर अंतिम उपभोक्ताओं पर बोझ नहीं डालना चाहती।
बता दें कि मंत्री ने कुछ दिन पहले उनसे मिलने पहुंचे पीएसएमए (पाकिस्तान शुगर मिल्स एसोसिएशन) के प्रतिनिधियों से भी यही कहा था कि किसानों और मिलों के साथ विचार-विमर्श करके तीसरा पक्ष ही गन्ने व चीनी की कीमतें तय करे। जाहिर है, सरकार ने गन्ने की कीमतें तय करने से अपना पल्ला झाड़ लिया है। हालांकि किसानों के हितों की रक्षा और उन्हें फसलों की पूरी कीमत दिये जाने का दावा करते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार किसानों को बिचौलियों के शोषण से बचाने के साथ ही उन्हें किसान कार्ड भी दे रही है।
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