बेतिया (बिहार): यहां के किसानों को ड्रिप सिंचाई पद्धति से गन्ने की खेती करने का प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण में बड़ी संख्या में स्थानीय किसानों के साथ ही सरकारी और मिल अधिकारियों ने भी भाग लिया।
कृषि सचिव एन. सरवन कुमार ने कहा कि ड्रिप सिंचाई पद्धति से गन्ने की खेती करने से उपज डेढ़ गुना बढ जाती है तथा सिंचाई का पानी और खाद भी कम खर्च होता है, जिससे किसानों का लाभ बढ़ जाता है। लौरिया एचपीसीएल बायोफ्यूल्स लिमिटेड स्थित किसान भवन में गुरुवार को आयोजित इस प्रशिक्षण शिविर में उन्होंने ड्रिप सिंचाई पद्धति से गन्ने की खेती करने के फायदों से किसानों को अवगत कराया और कहा कि इसमें कम मजदूर लगते हैं जिससे लागत भी कम हो जाती है। इसके लिए सरकार सब्सिडी दे रही है तथा चीनी मिल भी किसानों को कर्ज देंगे।
जिलाधिकारी डा. निलेश रामचंद्र देवरे ने अन्य राज्यों से तुलना करते हुए कहा कि बिहार में प्रति एकड़ गन्ने की उपज काफी कम है, जिसे ड्रिप सिंचाई पद्धति से बढ़ाने की जरूरत है।
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