तेहरान: ईरान में पिछले कई वर्षों से चीनी के उत्पादन में सतत वृद्धि दर्ज हुई, जिसके कारण ईरान के आयात में काफी कमी आई है और सरकार ने इससे तकरीबन एक बिलियन डॉलर की बचत की है। ईरान के कार्यवाहक कृषि मंत्री अब्बास केशवार्ज ने कहा कि इन वर्षों में देश के चीनी उत्पादकों की प्रतिस्पर्धा में पारदर्शिता आई है तथा सरकारी हस्तक्षेप से कीमतों को रेगुलेट किया गया, जिसके बाद किसानों ने बढ़-चढ़कर चुकंदर की खेती की और अधिक राजस्व उत्पन्न किया। केशवार्ज यहां वसंत के मौसम में होने वाली चुकंदर की खेती पर आयोजित एक बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कृषि मंत्रालय ने हमेशा किसानों को उनके उत्पादों की वाजिब कीमत दिलाने के प्रयास किये हैं, हालांकि इस साल देश में आई बाढ़ से चुकंदर उत्पादन प्रभावित हुआ जिससे चीनी की कीमतों में वृद्धि हुई है। केशवार्ज ने कहा कि चुकंदर की खेती बेहद उपयोगी है। इससे चीनी उत्पादन के अलावा पशुओं के लिए चारा व अन्य कृषि उत्पाद भी बनाए जाते हैं। उन्होंने लागत कम करने के लिए देश के प्रमुख चुकंदर उत्पादक क्षेत्रों में खेती में ज्यादा निवेश करने, किसानों, मिलों और संगठनों की मदद करने तथा प्रसंस्करण कारखाने स्थापित करने की जरूरत बताई।
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