सांगली : चीनी मंडी
गन्ना कटाई के बाद 15 दिनों के भीतर किसानों के बैंक खातों में एकमुश्त एफआरपी भुगतान करना पड़ता है, अगर कोई मिल इस कानून का पालन करने में विफ़ल रहती है तो, उसको ब्याज समेत बकाया भुगतान करना पड़ता है। लेकिन पश्चिमी महाराष्ट्र के सांगली में एफआरपी को तीन किश्तों में देने की बात चल रही है।
खबरों के मुताबिक, कई मिलें किसानों से तीन किश्तों में एफआरपी भुगतान करने के दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर ले रहे है, और यह किसानों की सहमिति से हो रहा है। सांगली जिले की कई मिलों ने सहमती करार पर किसानों के हस्ताक्षर लिए है, जिसमे कहा गया है की, पहली किश्त 2400, दूसरी किश्त 200 और तीसरी किश्त 200 रूपये दी जाएगी। ऐसा कहा जा रहा है की मिलों के ऐसे रवैय्ये पर किसान संघठन भी आवाज नही उठा रहे है। पिछले साल भारी बारिश और सूखे के कारण इस साल गन्ना उत्पादन में काफी गिरावट आई है, जिसके कारण किसानों को आशा थी की, इस साल मिलों द्वारा गन्ना भुगतान आसानी से होगा। वही गन्ना किसान नारज है की ऊन्हे दूसरी और तीसरी किश्त नहीं मिली है।
क्रांती चीनी मिल के अध्यक्ष अरुण लाड ने कहा की वर्तमान चीनी उद्योग की स्थिति और मिलों की वित्तीय स्थिति को देखते हुए, तीन किश्तों में एफआरपी देना उचित होगा। गन्ना किसानों ने भी इसकी मंजूरी दे दी है। इसलिए, हम इस पैटर्न को सांगली जिले में लागू कर रहे हैं। किसान आश्वस्त रहें उन्हें एफआरपी 100 प्रतिशत दिया जाएगा।
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