नैरोबी (केन्या): यहां की मुमियास शुगर कंपनी ने केन्या सरकार से इथेनॉल पर लगने वाले करों को कम करने की मांग की है ताकि कंपनी को शीघ्र अपना पुनरुद्धार करने के लिए पर्याप्त आमदनी हो सके।
गौरतलब है कि 1 फरवरी को कंपनी का पुनर्संचालन शुरू होने के बाद इसने पिछले तीन हफ्तों में 3,00,000 लीटर इथेनॉल का उत्पादन किया है, लेकिन इसकी बिक्री से उम्मीद के मुताबिक आय नहीं हो रही है। मिल के अधिकारियों ने शिकायत की कि इथेनॉल पर ज्यादा कर लगने के कारण ही पर्याप्त उत्पादन के बावजूद बिक्री से काफी खराब रिटर्न मिल रहा है। इसके मद्देनजर कंपनी ने सरकार से इथेनॉल पर उत्पाद शुल्क घटाने पर विचार करने की गुजारिश की है, ताकि कंपनी को पर्याप्त आय हो सके।
कंपनी के रिसीवर प्रबंधक पोनंगीपल्ली वेंकटरमना राव ने बताया कि कंपनी को एक लीटर इथेनॉल पर मात्र 90 शिलिंग की आय हो रही है तथा बाकी सारा पैसा कर चुकाने में चला जाता है। इससे कंपनी की पुनरुद्धार-नीति की गति धीमी पड़ जाएगी। कंपनी को उम्मीद है कि उसे 3,00,000 लीटर इथेनॉल की बिक्री से 27 मिलियन शिलिंग की आमदनी हो सकेगी।
बताते चलें कि कर्ज में डूबी इस चीनी मिल को गत वर्ष सितंबर में केसीबी बैंक ने रिसीवरशिप के तहत रख दिया है जिसके बाद राव को इसका रिसीवर मैनेजर नियुक्त किया गया।
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