बागपत (उत्तर प्रदेश): यहां पर रमाला स्थित सहकारी क्षेत्र की चीनी मिल में करीब 36 घंटे तक गन्ने की पेराई बंद रही, जिससे परेशान किसानों ने शनिवार की रात को हाईवे जाम कर धरना दिया था। पुलिस ने किसानों को समझा-बुझा कर जाम खुलवाया तथा रविवार को मिल में गन्ना पेराई फिर से चालू कर दी गई।
बताते हैं कि किसी तकनीकी खराबी के चलते पेराई बंद होने की गई थी। शुक्रवार की रात 12 बजे बारिश के कारण गन्ना आपूर्ति नहीं हुई, जिससे मिल नो केन हो गई थी। शनिवार शाम को गन्ना आपूर्ति होने के बाद मिल को चालू कराने के लिए स्टीम बनाई जा रही थी तभी बॉयलर में राख फंस गई। इस कारण स्टीम नहीं बन पाई और पेराई शुरू नहीं हो सकी। मिल में गन्ना लेकर पहुंचे किसानों ने इसे लेकर जमकर हंगामा किया। हाइवे पर जाम लगाकर सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। सड़क पर दोनों और बुग्गियों की लाइन लग गई। पुलिस ने किसानों को समझा-बुझाकर जाम खुलवाया। 36 घंटे बाद कड़ी मशक्कत से रविवार की दोपहर दो बजे मिल को चालू किया गया। किसानों का आरोप है की इस देरी से उन्हें खाने व सोने की परेशानी से जूझना पड़ा।
किसानों का आरोप है कि आए दिन मिल में तकनीकी खराबी रहती है। इसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ता है। उत्तम ग्रुप के साइट इंचार्ज अश्विनी कुमार का कहना है कि वायलर में राख फंस गई थी, जिसे मजदूरों से हटवाकर मिल को चालू किया गया। उधर, किसानों के धरना प्रदर्शन के कारण रात में हाईवे पर जाम लग गया था, जिससे वाहन चालकों को परेशानी हुई तथा वाहनों को देहात के रास्तों से निकाला गया।
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