चंदीगढ: पिछले कई हफ्तों से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू आरोप लगा रहे है कि, राज्य की सहकारी चीनी मिलों को जो 3,300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, वह सब भाजपा के एक पूर्व मंत्री के इशारे पर भ्रष्टाचार और दुर्भावना के कारण हुआ है। हरियाणा के मेहम निर्वाचन क्षेत्र के निर्दलीय विधायक कुंडू ने गुरुवार को कहा था कि, वह भाजपा-जेजेपी सरकार से समर्थन वापस ले लेंगे। उन्होंने कहा कि, मैंने एक ईमानदार सरकार और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को अपना समर्थन दिया था। कुंडू ने शुक्रवार को गठबंधन सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया।
आपको बता दे कुंडू ने आरोप लगाया था की हरियाणा की राज्य-संचालित सहकारी चीनी मिलों को पिछले चार वर्षों में मोलासेस की खरीद और गन्ने की तौल में गड़बड़ियों के कारण 3,300 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। उन्होंने कहा था कि 2016-2017 में 80,000 क्विंटल मोलासेस का कोई हिसाब-किताब नहीं है।
कुंडू ने कहा कि मुझे लगा था कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भ्रष्ट भाजपा मंत्री के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। मुझे पूरा विश्वास था कि मुख्यमंत्री मिल घोटाले में सख्त कार्रवाई करेंगे। लेकिन, 2 फरवरी को जिस तरह से उस भ्रष्ट मंत्री को क्लीन चिट दी गई, उससे यह स्पष्ट हो जाता है कि मुख्यमंत्री क्या कहते हैं और क्या करते हैं, इसमें एक बड़ा अंतर है।
कुंडू को भाजपा के पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने उनका नाम चीनी मिल घोटाले और निविदा प्रक्रिया में लिये जाने के खिलाफ और उनकी प्रतिष्ठा को खराब करने के लिए कानूनी नोटिस भी भेजा था।
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