किसुमु (केन्या): केन्या के राष्ट्रीय पर्यावरण प्रबंधन प्राधिकरण (Nema) ने क्षेत्र में प्रदूषण फैलाने की वजह से यहां की किबोस शुगर एंड एलाइड इंडस्ट्रीज लिमिटेड (KSAIL) को प्रदूषण रोकने के सभी उपाय करने तक बंद रखने का आदेश दिया है, जिससे इस चीनी मिल में काम कर रहे करीब 4,500 लोगों की नौकरियां खतरे में पड़ गई हैं।
बता दें कि किसुमू काउंटी में स्थित इस मिल के खिलाफ कई सालों से प्रदूषण फैलाने की स्थानीय लोग और विभिन्न संगठन शिकायतें कर रहे थे। Nema ने इसे कई नोटिस और प्रदूषण निवारण के उपाय करने के लिए वक्त भी दिया, लेकिन खबरों के मुताबिक मिल ने कुछ नहीं किया। तब शुक्रवार को Nema प्रतिनिधियों ने इस मिल और आसपास के इलाकों का दौरा किया और मिल से फैल रहे प्रदूषण से क्षेत्र के पर्यावरण को बचाने के लिए इसे तत्काल बंद करने का आदेश दिया। दौरे के बाद Nema के कार्यवाहक महानिदेशक मामो बोरू ने बताया कि यह कंपनी अपना प्रदूषित कचरा और गंदा पानी पास से बहने वाली किबोस नदी में बहा देती है, जिससे इस नदी के पानी का इस्तेमाल करने वाले हजारों स्थानीय परिवारों को भयानक परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है।
उधर, केKSAIL प्रबंधन Nema के निर्णय को कठोर और “स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए घातक” बताते हुए अब कंपनी से कर्मचारियों की छंटनी करने की चेतावनी देने लगा है। प्रबंध निदेशक सुकविंदर राजू ने कहा कि कंपनी हर महीने 400 से 500 मिलियन शिलिंग का लाभ कमाती है। मिल को बंद करने का मतलब होगा कि कंपनी के पास अपने कर्मचारियों-मजदूरों को वेतन देने के लिए पैसे नहीं होंगे और उन्हें घर बैठना पड़ेगा।
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