नई दिल्ली: चीनी मंडी
चीनी कंपनियों से दो बार पर्याप्त इथेनॉल आपूर्ति में विफल रहने के बाद, तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने 2019-20 सीज़न के शेष महीनों के लिए 2.53 बिलियन लीटर इथेनॉल की खरीद के लिए फिर से एक निविदा मंगाई है। पिछले साल अगस्त में जारी 5.11 बिलियन लीटर इथेनॉल की खरीद कि पहली बोली पर इथेनॉल आपूर्ति काफी कम थी, क्योंकि चीनी मिलों के पास इथेनॉल उत्पादन के लिए पर्याप्त मात्रा में गन्ना नही था। पहली निविदा के जवाब में, मिलों द्वारा केवल 1.4 बिलियन लीटर की आपूर्ति की गई थी। बाकी इथेनॉल की शेष आवश्यकता के लिए, ‘ओएमसी’ ने जनवरी, 2020 में 2.53 बिलियन लीटर की दूसरी निविदा जारी की।
दूसरी निविदा में भी, चीनी मिलें पूरी मात्रा की आपूर्ति की गारंटी नहीं दे सकीं और 0.31 बिलियन लीटर की पेशकश की। इसमें से, केवल 0.29 बिलियन लीटर के लिए अनुबंधों को अंतिम रूप दिया गया था। इसलिए पिछले हफ्ते फिर से 2.53 बिलियन लीटर के लिए निविदा मंगाई गई। हालाँकि, चीनी कंपनियों ने कहा कि इसमें भी, कई आपूर्तिकर्ता आपूर्ति करने में नाकाम रह सकती है। चीनी कंपनियों से कम इथेनॉल की आपूर्ति के कारण भारत के 10 प्रतिशत इथेनॉल सम्मिश्रण लक्ष्य को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है। 2018-19 में, भारत ने लगभग 5 प्रतिशत का सम्मिश्रण लक्ष्य प्राप्त किया।
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