मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज कहा कि पहले कोरोना महामारी का आकलन करेंगे और फिर 3 मई के बाद विशेष क्षेत्रों की स्थिति को देखकर लॉकडाउन में छूट दी जायेगी। उन्होंने कहा कि यह छूट अत्यंत सावधानी वाली होगी और इसमें हम सबको सतर्क रहना होगा और सहयोग करना होगा, वर्ना अबतक जो कुछ भी हमने नियंत्रित किया है, उसे खो देंगे और फिर मुश्किल हो जाएगा। इसलिए हम धैर्य और सावधानी से आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि लोग कोरोना से घबराएं नहीं। इसका इलाज हो सकता है यदि शुरुआत में ही इसका ट्रीटमेंट शुरु हो जाए। उन्होंने कहा कि हमने 83 साल की आयु के मरीज को भी कोरोना से ठीक होते देखा है और वे घर चले गये हैं। वेंटिलेटर पर मौजूद लोग भी ठीक हो गए हैं।
कोरोना वायरस से बचाव और रोकथाम के लिए 3 मई तक पूरे देश में लॉकडाउन शुरु है। महाराष्ट्र मे देश के सबसे ज्यादा कोरोना के मामले हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन एक “सर्किट ब्रेकर” के रूप में काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह ठीक है कि हमारे यहां मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन ज्यादातर मामले संपर्क वाले मामले हैं। और काफी सारे लोग क्वारंटीन में हैं। इसमें 70 से 80 प्रतिशत लोग हैं।
मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र स्थापना दिवस और मजदूर दिवस के अवसर पर राज्य के लोगों की भी कामना की। महाराष्ट्र स्थापना दिवस हमारे शहीदों का बलिदान दिन है। इसमें मेरे पिता, दादा और चाचा उस महाराष्ट्र आंदोलन के हिस्सा थे। जब हमारी सरकार बनी तब हमने तय किया था कि महाराष्ट्र स्थापना दिवस बड़े उत्साह से मनाया जाएगा, लेकिन आज स्थिति विपरीत है। आज कोरोना ने सारे माहौल को खराब कर दिया है। उन्होंने कहा कि औरंगजेब को भी स्वीकार करना पड़ा कि महाराष्ट्र उसके सामने नहीं झुकेगा, उसने 27 साल तक कोशिश की और मैं ऐसे राज्य का मुख्यमंत्री हूं और मुझे इस पर गर्व है।
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