कोलकाता, 18 अगस्त (भाषा) आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने आज कहा कि इस महीने सकारात्मक पूंजी प्रवाह से रुपया 68-69 प्रति डॉलर पर टिकेगा। हाल के समय में रुपये में जोरदार गिरावट का सिलसिला देखने को मिला है।
एशिया की सभी मुद्राओं में रुपये का प्रदर्शन हाल के समय में सबसे खराब रहा है। मंगलवार को रुपया 70.09 प्रति डॉलर के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर आया था।
गर्ग ने यहां मर्चेंट्स चैंबर आफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के परिचर्चा सत्र में कहा कि तुर्की में हालिया संकट से भारत में धारणा प्रभावित नहीं हुई है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का प्रवाह प्रभावित नहीं हुआ है। जुलाई में बाजार से कुल मिला कर विदेशी पूंजी बाहर नहीं गयी। ’’
उन्होंने कहा कि इस वर्ष पहले तीन माह में पूंजी की निकासी हुई थी जबकि पिछले साल कुल विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शुद्ध रूप से 20 अरब डॉलर की निकासी की थी।
गर्ग ने कहा कि यदि कच्चे तेल के दाम और नहीं बढ़ते हैं तो रुपये के 68-69 प्रति डॉलर पर टिकने की उम्मीद है। कच्चे तेल के दाम में उछाल के चलते भारत का चालू खाते का घाटा बढ कर जीडीपी के 1.9 प्रतिशत पर पहुंच गया है। यही करण है कि रुपया डालर के मुकाबले कमजोर पड़ रहा है।
सरकार का मानना है कि संतुलन के लिए भारत में विदेशी पूंजी प्रवाह ऊंचा रहना चाहिए।
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारत इस बात पर निगाह गड़ाए हुए है कि चीन अपनी मुद्रा युआन का कीस सीमा तम अवमूल्यन करता है। उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि चीन को 20 साल में पहली बार चालू खाते में घाटा हुआ है।