साओ पाउलो : कोरोना वायरस के कारण तेल उद्योग को बड़ा नुकसान हुआ है। साथ ह इथेनॉल से सबसे बड़े उत्पादक में से एक ब्राजील ने भी इथेनॉल कम उत्पादन करने का फैसला लिया है, जिससे की अब यहाँ की मिलें चीनी उत्पादन के लिए ज्यादा गन्ना आवंटन करेगी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ब्राजील को 2020-21 सीजन में देश में 35.3 मिलियन टन चीनी उत्पादन होने की उम्मीद है, जो की पिछली फसल की तुलना में 18.5% अधिक है। मिलें चीनी बनाने के लिए अधिक और जैव ईंधन इथेनॉल का उत्पादन करने के लिए कम गन्ना आवंटित कर रही हैं। जिसके कारण चीनी उत्पादन बढने का अनुमान लगाया गया है। ब्राज़ील के इस निति से भारत के साथ साथ अन्य चीनी उत्पादक देश काफी प्रभावित हो सकते है, जो पहले से ही अधिशेष चीनी और ठप हुई निर्यात के कारण परेशानी का सामना कर रहे है। चीनी उत्पादन बढने से वैश्विक बाज़ार में चीनी कीमतों पर दबाव देखा जायेगा, जिसका सीधा असर आनेवाले महीनों में भारत समेत सभी चीनी उत्पादक देशों पर देखा जा सकता है।
ब्राजील की कृषि सांख्यिकी एजेंसी कोनाब द्वारा मंगलवार को जारी एक अनुमानों के अनुसार, कुल फसल 630.7 मिलियन टन है, जो पिछले सीजन की तुलना में 1.9% कम है। दूसरी ओर इथेनॉल का उत्पादन 32 बिलियन लीटर कम होने का अनुमान है, जो की 10.3% कम है। ब्राजील की मिलें राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण ईंधन की मांग में गिरावट के बाद वे गन्ने को चीनी उत्पादन की ओर तेजी से स्थानांतरित कर रहे हैं। कोनाब का अनुमान है कि, 2019-20 में ब्राजील में चीनी उत्पादन के लिए गन्ना आवंटन पिछले सीजन के 34.9% के मुकाबले इस सीजन में बढ़कर 42.4% हो जाएगा।
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