फिजी: चीनी उद्योग का देश की अर्थव्यवस्था को सहारा

सुवा (फिजी): फिजी शुगर कॉरपोरेशन का कहना है कि, उसे इस सीजन में चीनी की निर्यात के माध्यम से 150 मिलियन डॉलर राजस्व की उम्मीद है। मुख्य कार्यकारी ग्राहम क्लार्क का कहना है कि, फ़िज़ियन पर्यटन उद्योग को अब कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसके कारण चीनी उद्योग अर्थव्यवस्था की मदद के लिए कदम बढ़ा रहा है। फिजी शुगर कॉरपोरेशन का इस सीजन में 200,000 टन चीनी का उत्पादन का लक्ष्य है।

क्लार्क का कहना है कि, इस साल की शुरुआत में उन्होंने यूरोप और यूके में निर्यात बाजार हासिल किया था। फिजी शुगर कॉरपोरेशन पुरानी कीमत पर 60 प्रतिशत फिजी की चीनी बेचेगी, और खास बात यह है की, कीमतों में कमी आने से पहले यह सौदा हुआ था। जिसके कारण अच्छा राजस्व प्राप्त होगा। यूरोप और यूके के बाजारों में सौ और सत्तर टन ‘बॉक्स चीनी’ निर्यात करने की योजना बनाई हैं। हमारे पास निर्यात के लिए 80,000 टन मोलासिस उपलब्ध है और फिर हमारे पास स्थानीय बाजार और प्रशांत द्वीप पर आपूर्ति के लिए पर्याप्त चीनी का भंडार है।

इस बीच, अगले महीने से गन्ना सीजन शुरू हो रहा है। लेकिन कई किसानों ने श्रमिकों की कमी की चिंता जताई थी, लेकिन चीनी के स्थायी सचिव योगेश करण ने आश्वासन दिया कि, इसे ठीक किया जाएगा। उन्होंने कहा, श्रमिकों की कमी को देखते हुए हम भारत से यांत्रिक हार्वेस्टर के लिए ऑपरेटर लाने जा रहे हैं।करण ने कहा कि, गन्ने की कटाई के मौसम में किसी भी तरह की देरी से बचने के लिए स्थानीय हार्वेस्टर का प्रशिक्षण कार्यक्रम जल्द ही शुरू होगा।

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