बैंकोक : थाईलैंड ने गन्ना किसानों के सहायता के लिए 10 बिलियन डॉलर (319 मिलियन डॉलर) की मंजूरी दी है। थाईलैंड के गन्ना किसान सूखे की मार झेल रहे है, और उन्हें इस पैकेज से बड़ी राहत मिलने की संभावना है। ब्राजील के बाद थाईलैंड दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चीनी निर्यातक देश है, लेकिन एक साल पहले दिसंबर-अप्रैल के मौसम में इसका उत्पादन 40% से अधिक गिर गया था, क्योंकि दशक के सबसे लंबे सूखे के कारण गन्ना उत्पादन में भारी गिरावट आई थी।
डिप्टी गवर्नमेंट के प्रवक्ता रत्चाडा थानाडाइरेक ने कहा की, सरकार को उम्मीद है कि, इस राहत पैकेज से लगभग 300,000 गन्ना किसानों को वित्तीय सहायता प्राप्त होगी। थानाडाइरेक ने कहा कि, गन्ना किसानों को इस साल सूखे से बुरी तरह प्रभावित किया और उनको प्रति टन उत्पादन के लिए अधिक लागत लगी थी। सरकार को गन्ना किसानों के साथ सहानुभूति है। अगले सीजन में भी थाईलैंड के गन्ना उत्पादन में लगभग 20% की कमी आने की उम्मीद है। उद्योग मंत्रालय ने कैबिनेट से गन्ने की खेती का समर्थन करने के लिए 10.2 बिलियन-बाहत (baht) के अग्रिम भुगतान को मंजूरी देने की मांग की थी। महामारी और सूखे की वजह से गन्ना किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है, जिसके लिए सहायता की काफी जरूरत थी। थाईलैंड दुनिया का चौथा सबसे बड़ा चीनी उत्पादक है और ब्राजील के बाद दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है।
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