नजीबाबाद, उत्तर प्रदेश: बकाया गन्ना मूल्य भुगतान को लेकर उत्तर प्रदेश में किसान और किसान संघठनों ने नारज नजर आ रहे है और इसलिए कई किसानों ने आंदोलन का विकल्प भी चुन लिया है। इसी बकाया मूल्य को लेकर भाकियू लोकशक्ति का बरकातपुर के उत्तम चीनी मिल पर अनिश्चित कालीन धरना प्रर्दशन तीसरे दिन भी जारी रहा। अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक, चीनी मिल ने डीएम के शेड्यूल के अनुसार बृहस्पतिवार को पांच करोड़ रुपये गन्ना मूल्य जारी कर दिया है।
धरना के संबंध में सहकारी गन्ना विकास समिति सचिव डॉ. वीके शुक्ल, नायब तहसीलदार राजीव यादव ने धरनास्थल पर पहुंचकर किसानों की समस्याएं सुनी।जिलाध्यक्ष चौ. वीर सिंह ने चेतावनी दी है की, किसानों का समस्त गन्ना मूल्य भुगतान पूरा होने तक धरना जारी रहेगा।
आपको बता दे, राज्य सरकार का कहना है की वे गन्ना बकाया भुगतान को लेकर काफी गंभीर है, जिसके कारण राज्य के कई मिलों द्वारा भुगतान भी किया जा रहा है।
सरकार के मुताबिक प्रदेश के मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में वर्तमान सरकार के गठन के उपरान्त मंत्री चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास सुरेश राणा के दिशा-निर्देशों में प्रदेष के गन्ना किसानों के भुगतान को प्राथमिकता पर रखते हुये 2017-2020 के मध्य अब तक गन्ना किसानों को रू.1,00,000 करोड़ से अधिक का भुगतान कराया गया है।
कोरोना संकट के कारण चीनी मिलें भी परेशान है। कोरोना के कारण चीनी बिक्री ठप है, जिसके चलते वे राजस्व की समस्या से जूझ रहे है और गन्ना बाकय भी चुकाने में विफल हुए है।
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चीनी मिलों पर कोरोना का कैसे प्रभाव पडा़?